ये कौन सा रिकॉर्ड बना रहे राहुल गांधी? महाराष्ट्र में 20 सीटों के लिए जूझ रही कांग्रेस, समझिए BJP के साथ कैसे बढ़ता गया 'नंबर गैप'

महाराष्ट्र में कांग्रेस और BJP के बीच सीटों का गैप कैसे बढ़ता गया, इसे समझने के लिए 1980 से 2024 तक के चुनाव के डेटा पर गौर करना होगा. इससे पहले के चुनाव कांग्रेस ने भारी अंतरों से जीता था. क्योंकि 1980 से पहले BJP अस्तित्व में नहीं थी. 6 अप्रैल 1980 में BJP की स्थापना हुई थी.

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नई दिल्ली:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Elections 2024) के नतीजे सबके सामने हैं. BJP की 'सुनामी' के बाद राज्य में महायुति (Mahayuti) की सरकार बननी तय है. BJP ने अकेले दम पर 130 सीटों पर जीत हासिल की है. महायुति को कुल 233 सीटों पर जीत हासिल हुई. वहीं, महाराष्ट्र के इतिहास में कांग्रेस (Congress) की ऐसी दुर्गति इमरजेंसी के बाद हुए आम चुनाव में भी नहीं हुई. तत्कालीन PM इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस को तब 69 सीटें मिली थीं. लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में पार्टी को 20 सीटों के लिए भी संघर्ष करना पड़ा. राज्य में कांग्रेस को 288 में से सिर्फ 19 सीटें मिली हैं. कांग्रेस से ज्यादा सीटें तो शिवसेना (UBT) लेकर आई है. उद्धव ठाकरे की पार्टी को 20 सीटें मिली हैं, जबकि शरद पवार गुट ने 13 सीटें अपनी झोली में डाली है. कुल मिलाकर महा विकास अघाड़ी के हिस्से में 50 सीटें आई हैं.

महाराष्ट्र में कांग्रेस और BJP के बीच सीटों का गैप कैसे बढ़ता गया, इसे समझने के लिए 1980 से 2024 तक के चुनाव के डेटा पर गौर करना होगा. इससे पहले के चुनाव कांग्रेस ने भारी अंतरों से जीता था. क्योंकि 1980 से पहले BJP अस्तित्व में नहीं थी. 6 अप्रैल 1980 में BJP की स्थापना हुई थी.

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साल 1962 में महाराष्ट्र में 264 सीटों पर चुनाव हुए थे. इनमें से कांग्रेस ने 215 सीटों पर जीत हासिल की थी. 1967 के चुनाव में कांग्रेस को 2023 सीटें, 1972 के इलेक्शन में 222 सीटें, 1978 के चुनाव में 62 सीटें मिली. इसके बाद 1980 के चुनाव में कांग्रेस को 186 सीटें और BJP को मात्र 14 सीटें मिली थीं.    

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        महाराष्ट्र में कैसे बढ़ता गया कांग्रेस और BJP के बीच सीटों का गैप?

चुनावकांग्रेसBJP
198018614
19856116
199014142
19958065
19997556
20246954
20098246
201442122
201944105
202419130


 राहुल गांधी के नेतृत्व में अब तक 89 चुनाव हारी कांग्रेस
राहुल गांधी पहली बार 2004 में अमेठी से सांसद बने. 2013 में उन्हें कांग्रेस का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था. दिसंबर 2017 से जुलाई 2019 तक वह कांग्रेस के चीफ भी रहे हैं. हालांकि, राहुल 2012 में हुए यूपी चुनाव के समय से ही एक्टिव हो गए थे. तब से लेकर अब तक कांग्रेस 89 चुनाव हार चुकी है. इसमें लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव शामिल हैं:-

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-2014 से 2024 के बीच 62 विधानसभा चुनावों में 47 चुनाव कांग्रेस हार चुकी है. इसमें 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव भी शामिल हैं. 2011 के बाद यानी पिछले 13 साल में कांग्रेस किसी राज्य में सत्ता रहते प्रो-इन्कंबेसी के साथ दोबारा नहीं लौटी है.  

-मोदी लहर में कांग्रेस 2014 का लोकसभा चुनाव हारी. मोदी सरकार बनने के बाद से कांग्रेस की हार का सिलसिला चलता गया. केंद्र के साथ राज्यों में भी पार्टी सिमटती गई. अभी कांग्रेस सिर्फ 3 राज्यों हिमाचल, तेलंगाना और कर्नाटक में सत्ता में है.

-2014 से 2024 के बीच कांग्रेस किसी राज्य में दूसरे दल के शासन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर बनी. ऐसे में विकल्प के तौर पर कांग्रेस को जीत का मौका मिला. लेकिन वह अपने दम पर जीत हासिल नहीं कर पाई. 2024 का लोकसभा चुनाव, अक्टूबर में हुआ जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव इसका उदाहरण है.

-खुद सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने इस दौरान 40 विधानसभा चुनावों का सामना किया. इनमें सिर्फ 7 पर जीत हासिल कर पाई. जबकि BJP 40 में से 22 चुनाव जीती है. इलेक्शन में कांग्रेस का सक्सेस रेट 18% है. जबकि BJP का सक्सेस रेट 55% है.

-कांग्रेस 2019 का लोकसभा चुनाव राहुल गांधी की लीडरशिप में लड़ा था. चुनाव में कांग्रेस महज 52 सीटें जीत पाई थी. लोकसभा में नेत प्रतिपक्ष की दावेदारी के लिए पार्टी 10% सीटों का आंकड़ा भी हासिल नहीं कर पाई थी. 

-वहीं, राहुल गांधी ने 2019 में केरल की वायानाड और उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से चुनाव लड़ा. लेकिन, BJP की स्मृति ईरानी ने उन्हें अमेठी से हरा दिया. फिर राहुल वायानाड से संसद पहुंचे थे. राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से वह फिर कभी कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए राजी नहीं हुए.

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महाराष्ट्र में किस पार्टी ने कितने सीटों पर लड़ा चुनाव?
महायुति में शामिल BJP ने 149 सीट, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीट और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ा. MVA में शामिल कांग्रेस ने 101, शिवसेना (UBT) ने 95 और NCP (शरदचंद्र पवार) ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा था. 

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                         महाराष्ट्र चुनाव 2024 में किसे मिली कितनी सीटें

पार्टीसीटों की संख्या
BJP 130
शिवसेना (शिंदे गुट)54
NCP (अजित पवार गुट) 40
कांग्रेस 19
शिवसेना (UBT)   20
NCP (शरद पवार गुट) 13

    
किसका कितना वोट शेयर?
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा वोट शेयर BJP का रहा. इस चुनाव में BJP को कुल 24.88% वोट मिले. कांग्रेस का वोट शेयर 10.53% है. शरद पवार गुट का वोट शेयर कांग्रेस से ज्यादा है. शिवसेना (UBT) का वोट शेयर 10.60%, NCP (शरद पवार गुट) 11.54%, शिवसेना (शिंदे गुट) का 12.62%, NCP अजित पवार गुट का 11.14% वोट शेयर है. अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीयों को मिलाकर वोट शेयर 18.69% रहा है.

स्ट्राइक रेट के मामले में फिसड्डी कांग्रेस
महाराष्ट्र में स्ट्राइक रेट की बात करें, तो BJP का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा रहा है. महाराष्ट्र के चुनाव में BJP का स्ट्राइक रेट 88% रहा. जबकि कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 19% है. स्ट्राइक रेट के मामले में शिवसेना शिंदे गुट और NCP अजित पवार गुट कांग्रेस से कहीं आगे है. शिवसेना (शिंदे गुट) का स्ट्राइक रेट 66% और NCP (अजित पवार गुट) का स्ट्राइक रेट 67% है. शिवसेना (UBT) का स्ट्राइक रेट 20% और NCP(शरद पवार गुट) का स्ट्राइक रेट 12% है.

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