फीडबैक यूनिट बनाने से जुड़े मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है. सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी थी. जांच की मंजूरी मिलने पर मनीष सिसोदिया की प्रतिक्रिया भी आई है और उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अपने प्रतिद्वंदियों पर झूठे केस करना एक कमज़ोर और कायर इंसान की निशानी है. जैसे- जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ेगी, हम पर और भी बहुत केस किए जाएंगे.'
आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने इसे फर्जी मामला बताया है. NDTV से बात करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह लोग पूरी तरह से आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया के पीछे लग गए इनका एक ही काम है दिन-रात फर्जी मुकदमे कराना और AAP के लोगों को फंसाना. जैसे जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ रही है, पीएम मोदी जी डरने लग गए हैं. इस तरह से अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ झूठे मुकदमे कराना यह हारे हुए और कायर व्यक्ति की निशानी है. जैसे जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ रही है आप देखेंगे कि आने वाले समय में और भी इस तरह के फर्जी मुकदमे हमारे ऊपर होंगे.
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दूसरी ओर मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की मंजूरी मिलने पर भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा, "भाजपा इस कदम का स्वागत करती है. हम पिछले काफी समय से सवाल उठा रहे थे कि केरीवाल सरकार के खिलाफ जांच होनी चाहिए. इन्होंने फीडबैक यूनिट बनाया था. हमें पूरा यकीन है कि इस मामले की जांच होने पर मनीष सिसोदिया सलाखों के पीछे होंगे.
मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि 2015-16 में केजरीवाल सरकार ने नियम और कायदों को ताक पर रखकर फीडबैक यूनिक बनाई. आरोप है कि फीडबैक यूनिट ने राजनीतिक लोगों की जासूसी की और मनीष सिसोदिया विजिलेंस विभाग के मंत्री थे.