मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Drugs Case) में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पंच गवाह विवाद में एक और नया मोड़ आ गया है. पंच प्रभाकर सैल (Prabhakar Sail) ने अपने इंटरव्यू में जिस व्यक्ति के फोटो को सैम डिसूजा (Sam D'souza) बताया था, वो हैनिक भरत बाफना (Hanik Bharat Bafna) निकला है. बाफना ने पालघर में पुलिस को पत्र देकर अपने फ़ोटो और मोबाइल नंबर के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.
बाफना के मुताबिक, ये सही है कि वो प्रभाकर से एक या दो बार मिला है लेकिन वो क्रूज ड्रग्स केस के बहुत पहले की बात है. अपनी चिट्ठी में बाफना ने कहा है कि जहां तक 3 अक्टूबर की बात है तो उस दिन वो पालघर में अपने घर पर ही था.
हैनिक भरत बाफना का दावा है कि वो एक कारोबारी परिवार से है. जब से उसका फ़ोटो और नंबर प्रभाकर ने वायरल किया है, तब से उसे बहुत फोन आ रहे हैं और उसकी जान को खतरा पैदा हो गया है. इसलिए उसने जिले के SP, ACP और पुलिस थाने में पत्र देकर मामले से जुड़ी सारी जानकारी सामने रखी है.
बता दें कि आर्यन खान के खिलाफ केस में पंच बनाए गए प्रभाकर सेल ने एक हलफनामा देकर एनसीबी के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े और दूसरे गवाह केपी गोसावी के खिलाफ बड़े आरोप लगाए हैं. प्रभाकर सेल ने आरोप लगाया है कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा को 25 करोड़ रुपये की बात करते सुना था और 18 करोड़ पर बात बन गई है, ऐसा कहते सुना है. प्रभाकर का दावा है कि गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 8 करोड़ रुपये NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी.
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हालांकि, NCB ने अदालत में अपने हलफनामे में सेल को "शत्रुतापूर्ण गवाह" के रूप में नामित किया है. 18 अक्टूबर को गोसावी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था, जिसे ड्रग-ऑन-क्रूज़ मामले के संबंध में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के कार्यालय में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान पर आरोप लगाते हुए देखा गया था. आज NCB ने प्रभाकर सैल को पूछताछ के लिए बुलाया है.