भाजपा की बी टीम हैं केजरीवाल जी : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

हिमाचल के प्रभारी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से एनडीटीवी ने एक्सक्लूसिव बातचीत की. इसके साथ ही गुजरात, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और आम आदमी पार्टी के गुजरात चुनाव में एंट्री पर भी भूपेश बघेल ने बेबाक बातचीत की.

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से एनडीटीवी ने एक्सक्लूसिव बातचीत की.
रायपुर:

हिमाचल में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित हो चुकी है. कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हिमाचल में कांग्रेस की रणनीति पर हिमाचल के प्रभारी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से एनडीटीवी ने एक्सक्लूसिव बातचीत की. इसके साथ ही गुजरात, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और आम आदमी पार्टी के गुजरात चुनाव में एंट्री पर भी भूपेश बघेल ने बेबाक बातचीत की. पढ़ें पूरा साक्षात्कार-


सवाल-हिमाचल के आप प्रभारी हैं? हिमाचल में कांग्रेस कहां है?  

जवाब-देखिए, हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां कांग्रेस मजबूत है. कुछ वर्षों से कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा का शासन रहा है. पहले एकतरफा कांग्रेस जीतती रही है. भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 5 सालों में कुशासन दिया है. 5 साल पहले उन्होंने जो वादा किया था, वह पूरा नहीं हुआ. आज महंगाई है. बेरोजगारी है. अग्निवीर है. पद खाली पड़े हुए हैं. भर्तियां नहीं हो रही हैं तो इससे लोगों में काफी नाराजगी है. किसान, बागवान, सेब उत्पादक काफी नाराज हैं क्योंकि उनको सही रेट नहीं मिल पा रहा है.

सवाल-क्या हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है?

जवाब-बिल्कुल, बनने वाली है. कांग्रेस पार्टी हमेशा आम जनता के हितों और उन्हें अधिकार संपन्न बनाने का काम करती है और जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ में हमने किसानों, मजदूरों, गौपालकों के खाते में पैसा डाला है, उससे जनता में राहत है. हमने उन्नीस सौ करोड़ रुपये जनता में वितरित किया है. लोगों को ये समझ में आ गया है कि कांग्रेस पार्टी हमारे हितों का ध्यान रखती है. भारतीय जनता पार्टी हमेशा भावनात्मक शोषण करती है और जो वादा करती है, उसे कभी पूरा नहीं करती है.

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सवाल-गुजरात चुनाव होने जा रहे हैं. कांग्रेस की गुजरात में क्या स्थिति है? आम आदमी पार्टी मैदान में है. क्या त्रिकोणीय संघर्ष होने की संभावना है?

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जवाब-आम आदमी पार्टी अब आम आदमी पार्टी नहीं रही. वह खास आदमी की पार्टी हो गई है. जितने लोगों ने आम आदमी पार्टी को बनाया, सारे लोग हट गए हैं. चाहे कुमार विश्वास हों, यादव जी हो या प्रशांत भूषण की बात करें, वह सारे लोग नेपथ्य में चले गए हैं. जो बात बोल कर आए थे, वह कभी पूरा किए क्या? एक भी पूरा नहीं किया. पंजाब में धोखा दिया तो पंजाब में तुरंत लोग समझ गए और मुख्यमंत्री की अपनी छोड़ी हुई सीट पर शिरोमणि अकाली दल जीत के आ गया. लोगों को समझ आ गया कि गलती हो गई है. भगवंत मान मुख्यमंत्री जरूर हैं लेकिन कोई दूसरा दिल्ली से बैठकर रिमोट से राज्य को चला रहा है. गुजरात के लोग पंजाब से जरूर सीखेंगे कि केजरीवाल जी केवल धोखा देने वाले हैं. न उनका मोहल्ला क्लिनिक चल रहा है. न स्कूल चल रहे हैं. स्कूल की कितनी बिल्डिंग बनाए? कितने टीचरों का अपॉइंटमेंट किया आम आदमी पार्टी ने? बता सकते हैं, मोहल्ला क्लीनिक की कोरोना के समय क्या उपयोगिता रही? जो काम दिल्ली में हुआ है, वो शीला दीक्षित के समय का है. अरविंद केजरीवाल अपनी कोई उपलब्धि बता सकते हैं? कर्मचारियों के लिए कोई उपलब्धि बता सकते हैं? गुजरात में जाकर किसानों की बात कर रहे हैं. समर्थन मूल्य पर खरीदी करेंगे. दिल्ली में किसान रहते हैं. क्या उनसे खरीदी समर्थन मूल्य पर की है? यह केजरीवाल जी, भारतीय जनता पार्टी की बी टीम हैं. गोवा कहो, उत्तरांचल कहो या और किसी जगह, वो केवल कांग्रेस को डेंट करने के लिए जा रहे हैं. उनका उद्देश्य कांग्रेस को हराना है. गुजरात में यह नहीं होगा. लोग जान चुके हैं केजरीवाल जी को. उनके प्रदेश अध्यक्ष की जातिगत टिप्पणी को न देश बर्दाश्त करेगा और न गुजरात बर्दाश्त करेगा. दूसरा प्रधानमंत्री की मां की उम्र 100 साल है. उनके बारे में टिप्पणी कर रहे हैं. शर्म आनी चाहिए. मां तो मां होती है. मां कभी कुमाता नहीं होती और पूत कपूत होता है. कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है.

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सवाल-पहले गुजरात मॉडल की खूब चर्चा होती थी. अब गुजरात में छत्तीसगढ़ मॉडल की भी चर्चा होगी?

जवाब-बिल्कुल, छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा होगी. गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोपालको को मदद मिल रही है. 2 रूपये किलो गोबर, चार रुपयो किलो गोमूत्र खरीद रहे हैं. लघु वनोपज में 65 प्रकार की खरीदी हो रही है. समर्थन मूल्य पर खरीदी हो रही है. वैल्यू एडिशन कर रहे हैं. लोगों के खाते में पैसा जा रहा है. आम जनता की जेब में पैसा डालोगे तो व्यापार, व्यवसाय, उद्योग अपने आप चलते है. यह मॉडल सफल मॉडल है. कांग्रेस का मॉडल सफल है.

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सवाल-राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं. क्या इसका हिमाचल गुजरात असर दिखेगा?

जवाब-राहुल गांधी जी जिस उद्देश को लेकर चले हैं, वो बड़ा उद्देश्य है. देश में आम जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही थी. चाहे महंगाई हो या बेरोजगारी, हम विभिन्न फोरम पर बात करने की कोशिश करते थे. हालांकि, उसे दबा दिया जाता था. अब जब यात्रा कर रहे हैं, इसके तीन बड़े उद्देश्य हैं. एक बेरोजगारी, दूसरा महंगाई और तीसरा राजनीति के चलते समाज, जाति और धर्म के बीच खाई बढ़ाई जा रही है. अपने स्वार्थ के लिए भाई-भाई को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इस समाज में एकता बनी रहे. चाहे कोई भाषा वाला हो, कोई बोली वाला हो, किसी धर्म से जुड़ा हो, सब को एक साथ रखने की कोशिश है. अनेकता में एकता हिंदुस्तान की ताकत रही है. इसे जोड़ने के लिए राहुल गांधी निकले हैं. जबरदस्त उत्साह है. चाहे तमिलनाडु हो, केरल और कर्नाटक हो. सभी जगह बड़ा उत्साह देखने को मिला है. बड़ा परिवर्तन होगा.

सवाल-कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में आपकी पसंद कौन हैं?

जवाब-गुप्त मतदान हुआ है. कैसे बताऊं? मैंने भी वोट डाला है. दो दिन बाद रिजल्ट आ जाएगा.

सवाल-राहुल गांधी की यात्रा को लेकर ये बात आ रही है कि उन्हें यात्रा रोककर चुनावी राज्य हिमाचल में कैंपेन करना चाहिए?

जवाब-ऐसी सलाह देने वालों का धन्यवाद. पदयात्रा की आवाज पूरे देश में जा रही है. वहां से राहुल गांधी जो बोल रहे हैं, पूरा देश सुन रहा है. उनकी आवाज पूरी दुनिया में पहुंच रही है. 

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