दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इन दिनों आबकारी नीति मामले में अनियमितता को लेकर जेल में बंद हैं. बुधवार को एक कार्यक्रम में उन्हें याद करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भावुक हो गए. उन्होंने कहा, "आज मनीष जी की बहुत याद आ रही है. यह उन्हीं का सपना था कि हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले. मनीष जी को झूठे आरोप लगाकर उन्होंने जेल में डाल दिया."
सीएम केजरीवाल ने कहा, "यह सब उनका सपना था. ये चाहते हैं कि शिक्षा क्रांति को ख़त्म कर दें, लेकिन हम यह होने नहीं देंगे. मनीष जी ने इसकी शुरुआत की थी. उनका सपना था कि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. इतने अच्छे आदमी को जेल में डाला हुआ है. अगर वे अच्छे स्कूल नहीं बना रहे होते, शिक्षा ठीक नहीं कर रहे होते तो आज जेल में नहीं होते. हमें मनीष सिसोदिया के सपने पूरे करने हैं. वे बड़ी जल्दी बाहर आएंगे. सच्चाई कभी हार नहीं सकती."
दरअसल उत्तर पश्चिम दिल्ली के बवाना के दरियापुर गांव में दिल्ली सरकार के नए स्कूल के उद्घाटन के दौरान सीएम केजरीवाल वहां उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान वो मनीष सिसोदिया को याद कर भावुक हो गए.
दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति लागू की थी. लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सितंबर 2022 के अंत में इसे वापस ले लिया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में खुलासा किया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कथित तौर पर अलग-अलग तरीकों से 622.67 करोड़ रुपये अर्जित किए थे. ईडी के सूत्रों ने कहा कि पीओसी क्रेडिट नोट, हवाला चैनल और डायरेक्ट किकबैक के जरिए ये जेनरेट किया गया था. चार्जशीट में भी इस आरोप का जिक्र किया गया है.
सिसोदिया पर ईडी ने क्या आरोप लगाया है?
ईडी ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार की मशीनरी के दुरुपयोग और महादेव लिकर से दो फर्मों शिव एसोसिएट्स और दीवान स्पिरिट्स ने 8.02 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया, आरोपी अमित अरोड़ा ने दिनेश अरोड़ा के माध्यम से मनीष सिसोदिया को 2 करोड़ रुपये की रिश्वत दी. अमन ढल द्वारा अतिरिक्त क्रेडिट नोट के माध्यम से दिए गए 4.9 करोड़ रुपये दिए गए. ईडी ने मामले की गहन जांच के बाद एक आरोप पत्र दायर किया है.
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