सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (Army Chief Gen MM Naravane)ने भारत के समक्ष चीन और पाकिस्तान की ओर से पेश सुरक्षा चुनौतियों पर विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि हम इसमें भविष्य के संघर्षों के कुछ अंश (ट्रेलर) देख रहे हैं और हमारे विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के प्रयास जारी रखेंगे. सेना प्रमुख ने कहा कि उत्तरी सीमा पर ताजा घटनाक्रम आधुनिक तकनीक वाले साजो सामान से लैस सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित करते हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम ने निर्णायक परिणामों के लिए फिर से परदे के पीछे और राज्येत्तर तत्वों के इस्तेमाल पर ध्यान दिलाया है.ऐसे में हम अपने बलों के पुनर्गठन , पुनर्संतुलन आदि पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं.
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जनरल नरवणे ने एक संगोष्ठी को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि भारत अलग तरह की, कठिन तथा बहु-स्तरीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है और उत्तरी सीमा पर घटनाक्रम ने पूरी तरह से तैयार और सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित किया है.चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना सेना प्रमुख ने कहा कि परमाणु-सक्षम पड़ोसियों के साथ सीमा विवाद साथ ही राज्य प्रायोजित छद्म युद्ध ने सुरक्षा तंत्र एवं संसाधनों के समक्ष चुनौतियां बढ़ा दी हैं.
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उन्होंने कहा, ‘‘ हम अभी भविष्य के संघर्षों की झलकियां देख रहे हैं. सूचना के क्षेत्र, नेटवर्क और साइबर स्पेस में भी हमें इसके सबूत दिखाई दे रहे हैं. विवादित सीमाओं पर भी ये सब दिखाई दे रहा है.''सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘ इन झलकियों के आधार पर हमें भविष्य के लिए तैयार होना होगा. यदि आप आस पास देखेंगे, तो आपको आज की वास्तविकता का एहसास होगा.''सेना प्रमुख ने कहा कि उत्तरी सीमा पर ताजा घटनाक्रम देश की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीक वाले साजो-सामान से लैस सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित करते हैं.