उत्तराखंड में 19 वर्षीय अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) की मौत ने उसके दोस्तों और परिचितों को सदमे में डाल दिया है. अंकिता के एक स्कूल के दोस्त विवेक नेगी ने एनडीटीवी को बताया: "अंकिता अपने भविष्य और अपने करियर को लेकर काफी उत्साहित थी. साथ ही उसकी तमन्ना थी कि वो अपने परिवार को सपोर्ट कर सकें." ऋषिकेश में बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के स्वामित्व वाले एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली अंकिता की हत्या कर दी गई थी.
पुलकित ने सोमवार को अंकिता के लापता होने की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने बाद में कहा कि उसकी हत्या पुलकित और उसके दो स्टाफ सदस्यों ने की थी. फिलहाल तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. विवेक ने कहा, "अंकिता बहुत गरीब परिवार से थी और स्कूल में वह हमेशा कहती थी कि 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद उसे अपने परिवार का भरण-पोषण करना होगा." उन्होंने आगे कहा: "हम पौड़ी के पहाड़ी इलाकों से हैं. इस क्षेत्र के लोग अक्सर नौकरी की तलाश में बाहर निकलते हैं, लेकिन वे आमतौर पर बहुत ही सरल स्वभाव के होते हैं.
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विवेक ने कहा कि अंकिता भी एक साधारण लड़की थी जो ज्यादा बातूनी नहीं थी. अंकिता अपने काम और अपने परिवार के सपोर्ट में रहने पर फोकस किया." लड़की के गृहनगर पौड़ी के लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे. एक महिला ने कहा, "उन्होंने एक महिला को मार डाला, जो एक अच्छा जीवन यापन करना चाहती थी," अंतिम संस्कार में जुटे कई लोगों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कुछ महिलाओं ने कहा कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं दी जाती, वे वहीं डटे रहेंगी.
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