भीषण सर्दी और बर्फ से ढंकी सड़कों के कारण बंद आवागमन के हालात के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे गांवों के बीमार बुजुर्ग रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाना बहुत चुनौतीपूर्ण है. इस दुर्गम इलाके में ग्रामीणों के साथ एकजुटता और मदद में सेना के जवान अहम भूमिका निभा रहे हैं. चिनार कॉर्प्स के जवानों ने आज बारामूला जिले के बोनियार तहसील के जाबरी गांव की एक बीमार बुजुर्ग महिला को अस्पताल तक पहुंचाया.
बुजुर्ग महिला सरदार बीवा पत्नी मीर मोहम्मद को सेना के जवानों ने बोनियार में प्राथमिक स्वास्थ्य (पीएचसी) केंद्र पहुंचाया.
सुबह-सुबह पारो में भारतीय सेना के जवानों को सुदूर जाबरी गांव के निवासी मीर मोहम्मद का इमरजेंसी कॉल मिला. मीर मोहम्मद ने उनकी 80 वर्षीय पत्नी को अस्पताल पहुंचाने की अनुरोध किया. वे गंभीर बुखार, उल्टी और पेट दर्द से पीड़ित थीं.
जाबरी गांव एक खड़ी ढलान पर स्थित है. वहां भारी बर्फबारी के कारण आवागमन बेहद चुनौतीपूर्ण है. चिनार कॉर्प्स के जवान घुटने तक जमा बर्फ में चलकर बीमार महिला के घर पहुंचे. उन्होंने बुजुर्ग महिला को अपनी पीठ पर लाद लिया ताकि पहाड़ी की खड़ी ढलान और भारी बर्फ गिरने के कारण रोगी को चोट कम से कम लगे.
पारो पहुंचने पर महिला को वहां इंतजार कर रही सेना की एम्बुलेंस के जरिए पीएचसी, बोनियार ले जाया गया.