आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence-AI) दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है. अब ज्यादातर कामों में AI का इस्तेमाल किया जा रहा है. बिजनेस बढ़ाने के लिए कंपनियां इसका इस्तेमाल कर रही हैं. ऐसे में नौकरियों पर खतरा बढ़ने की आशंका भी जताई जा रही है. हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट के वाइस चेयरमैन और प्रेसिडेंट ब्रैड स्मिथ (Microsoft President Brad Smith) ऐसा नहीं मानते. उनके मुताबिक, AI चुनौती नहीं, बल्कि मौका है. NDTV से खास बातचीत में ब्रैड स्मिथ ने कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विकास का एक सोर्स हो सकता है. यह भविष्य के लिए उतना ही महत्वपूर्ण होगा, जितना महत्वपूर्व प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार था." ब्रैड स्मिथ अगले महीने होने वाले जी-20 समिट के लिए भारत आए हैं. इस समिट से पहले ग्लोबल बिजनेस लीडर्स ने दिल्ली में मुलाकात की.
ब्रैड स्मिथ ने इस दौरान AI के संभावित खतरों और ChatGPT जैसे जेनरेटर टूल के भविष्य पर भी बात की. NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर AI और ChatGPT दुनिया में क्रांति लाएंगे, लेकिन इसके लिए व्यापक कानूनी और नियामकीय ढांचा (legal and regulatory framework) बनाने की जरूरत है, ताकि AI ह्यूमन कंट्रोल में रहे."
ChatGPT जैसे जेनेरिक टूल के भविष्य पर स्मिथ ने कहा, "...हम जिसे जेनेरिक AI कहते हैं, उसका भविष्य कुछ मायनों में अभी शुरू हो रहा है. यह डॉक्टरों को बीमारियों का इलाज करने में अधिक प्रभावी बना सकता है. मरीजों को ठीक करने के लिए नई दवाएं खोजने में भी मदद कर सकता है." बता दें कि Open AI कंपनी ने ChatGPT को 30 नवंबर 2022 को इंटरनेट टेक्नोलॉजी की दुनिया में लॉन्च किया था. आप ChatGpt से जो भी सवाल पूछेंगे, उनका सीधा जवाब आपको लिखित रूप (Text Format) में मिल जाएगा.
स्मिथ ने आगे कहा, "हम ChatGPT को छात्रों के लिए ट्यूटर के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं." माइक्रोसॉफ्ट के प्रेसिडेंट ने जोर देकर कहा कि AI या ऐसी टेक्नोलॉजी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ये कभी भी खतरा पैदा न करे.
उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि AI हमेशा ह्यूमन कंट्रोल में रहे. कंपनियों को जिम्मेदार तरीके से AI विकसित करने की जरूरत है. इसके लिए नए कानूनों और विनियमों पर फोकस होना चाहिए. भारत इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है."
स्मिथ ने इस दौरान विभिन्न स्तरों पर डिजिटल पेमेंट सिस्टम और डिजिटलाइजेशन पर भी बात की. उन्होंने कहा, "मैंने भारत जैसा देश नहीं देखा, जो इतना एडवांस है और चीजों को इतनी जल्दी से ग्रैब करता है. माइक्रोसॉफ्ट में हमारे दृष्टिकोण से हम ये नहीं देखते हैं कि डिजिटल सिस्टम भारत में सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के लिए क्या कर रहे हैं, बल्कि यह दुनिया के लिए क्या कर सकते हैं... हम इसे ऐसे देखते हैं."
ये भी पढ़ें:-
3.7 करोड़ रुपये सैलरी पैकेज दे रही ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI
AI ऐप के जरिए नाबालिग लड़कियों के फोटो मॉर्फ करने वाले दो युवक गिरफ्तार