- समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने वंदे मातरम विवाद पर बीजेपी की आलोचना करते हुए तीखा जवाब दिया है.
- अबू आजमी ने कहा कि वे वंदे मातरम नहीं कहेंगे. उन्होंने बीजेपी को भारत जलाओ पार्टी बताया.
- अबू आजमी ने कहा कि वे इसी देश में पैदा हुए हैं और तो दफन भी इसी देश की जमीन पर होंगे
भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम' को 150 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, गीत को लेकर विवाद भी सामने आ रहा है. इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में तीखी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी पर सीधा हमला बोला. आजमी ने कहा, “किसी के बाप में दम नहीं है जो मुझसे वंदे मातरम बुलवा ले, मैं नहीं बोलूंगा.” उन्होंने बीजेपी को भारत जलाओ पार्टी” करार देते हुए आरोप लगाया कि यह पार्टी मुसलमानों के खिलाफ ज़हर फैलाने का काम कर रही है. उनका कहना था कि बीजेपी चाहती है कि वे कोई ऐसा बयान दें जिससे विवाद खड़ा हो.
हम इसी वतन में पैदा हुए हैं, यहीं दफन होंगे
बीजेपी नेताओं द्वारा देशविरोधी कहे जाने पर अबू आजमी ने पलटवार करते हुए कहा कि जब हम पैदा इसी वतन में हुए तो जाहिर सी बात है कि दफन यही होंगे तो ये बात कहां से आती है कि हम अपने देश का अपमान कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी और कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि उन्हें राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम' से परहेज़ है. मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने कहा था कि जो भी भारत का सच्चा नागरिक है, उसे गर्व से वंदे मातरम कहना चाहिए. अबू आसिम आजमी का यह बयान उसी विवाद का सीधा जवाब माना जा रहा है. उनके इस रुख से महाराष्ट्र की सियासत में नई गरमाहट आ गई है, जहां राष्ट्रगीत और राष्ट्रभक्ति पर बहस और तेज़ हो गई है.
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वंदे मातरम पर पीएम मोदी क्या बोले
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर स्पष्ट रूप से हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि 1937 में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्' के महत्वपूर्ण छंदों को हटा दिया गया था जिसने विभाजन के बीज बोये और इस प्रकार की ‘‘विभाजनकारी मानसिकता'' देश के लिए अब भी चुनौती है. पीएम मोदी ने राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक साल तक मनाए जाने वाले स्मरणोत्सव की शुरुआत करते हुए ये टिप्पणियां कीं. मोदी ने इस अवसर पर यहां इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया.
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मोदी ने कहा, ‘‘वंदे मातरम् भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आवाज बन गया. इसने हर भारतीय की भावनाओं को व्यक्त किया. दुर्भाग्य से 1937 में वंदे मातरम् के महत्वपूर्ण छंदों को... उसकी आत्मा के एक हिस्से को निकाल दिया गया. वंदे मातरम् के विभाजन ने विभाजन के बीज भी बोये. आज की पीढ़ी को यह जानने की जरूरत है कि राष्ट्र निर्माण के इस महामंत्र के साथ यह अन्याय क्यों हुआ... यह विभाजनकारी मानसिकता देश के लिए आज भी एक चुनौती है.'' पीएम ने ‘वंदे मातरम्' को हर युग में प्रासंगिक बताया और ‘ऑपरेशन सिंदूर' का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘जब दुश्मन ने आतंकवाद का इस्तेमाल करके हमारी सुरक्षा और सम्मान पर हमला करने का दुस्साहस किया तो दुनिया ने देखा कि भारत दुर्गा का रूप धारण करना जानता है.''














