राम मंदिर जमीन विवाद : AAP सांसद संजय सिंह बोले- घोटालेबाजों पर कार्रवाई के बजाय चंदा चोरों के पक्ष में BJP

आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा, 'प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर जो 16.5 करोड़ की लूट की गई, उन पर कार्रवाई करने के बजाय पूरी बीजेपी प्रॉपर्टी डीलर और चंदा चोरों के पक्ष में खड़ी हो गई.'

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संजय सिंह राज्यसभा के सदस्य हैं. (फाइल फोटो)
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राम मंदिर की जमीन से जुड़ा है विवाद
जमीन की खरीद में घोटाले का आरोप
बीजेपी पर जमकर बरसे संजय सिंह
नई दिल्ली:

राम मंदिर (Ram Temple Ayodhya) निर्माण में जमीन के कथित घोटाले को लेकर सियासत खूब हो रही है. विपक्षी दल BJP पर हमलावर हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने आज (बुधवार) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'पिछले कई दिनों से बीजेपी के लोग राम जन्मभूमि ट्रस्ट में जमीन के नाम पर जो घोटाला हुआ, प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर जो 16.5 करोड़ की लूट की गई, उन पर कार्रवाई करने के बजाय पूरी बीजेपी प्रॉपर्टी डीलर, चंदा चोरों के पक्ष में खड़ी हो गई. मैं भगवान श्री राम के भक्तों से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि आपकी आस्था भगवान श्रीराम में है. चंपत राय में नहीं, किसी मेयर में नहीं.'

संजय सिंह ने कहा, 'कल जो कागज मेरे हाथ लगे, उससे समझ आया कि बीजेपी की आस्था प्रॉपर्टी डीलर और चंदा चोरों में है. प्रति मिनट 3 करोड़ 30 लाख जमीन का दाम बढ़ाया गया. बीजेपी और चंपत राय लगातार तर्क दे रहे हैं कि कुसुम पाठक और रवि पाठक और सुल्तान अंसारी में 2011 में एग्रीमेंट हुआ था. ये सारा झूठ आज मैं एक-एक करके खोलूंगा. 1000 हमले मेरे ऊपर कराओ लेकिन मैं हाथ जोड़कर प्रभु श्रीराम के भक्तों से अपील करता हूं कि इनको पहचानिए.'

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उन्होंने आगे कहा, 'जिस एग्रीमेंट की बात करते हैं, 18 मार्च 2021 को, ये एग्रीमेंट कैंसिल हो चुका है. फिर शाम को 7 बजे 2 करोड़ का एग्रीमेंट सुल्तान अंसारी और रविमोहन तिवारी का हुआ. पहला पक्ष है- हरीश पाठक और कुसुम पाठक. दूसरा पक्ष जिन 9 लोगों के साथ एग्रीमेंट हुआ वह हैं- इच्छाराम सिंह, विश्वप्रताप उपाध्याय, मनीष कुमार, सूबेदार दुबे, बलराम यादव, राजेन्द्र प्रसाद यादव, रवि कुमार दुबे, सुल्तान अंसारी, राशिद हुसैन.'

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AAP सांसद ने आगे कहा, 'इन 9 नामों में रवि मोहन तिवारी का नाम नहीं है. कुसुम पाठक और हरीश पाठक का रवि मोहन तिवारी का कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ. रविमोहन तिवारी और बीजेपी के ऋषिकेश उपाध्याय के बीच क्या रिश्ता है. ये नाम बाद में शामिल किया गया. 18 मार्च को जो रजिस्ट्री कैंसिल हुई 7 बजे, ये 2 करोड़ में खरीदी गई और शाम सवा 7 बजे यही जमीन 18.5 करोड़ में राम मंदिर ट्रस्ट को बेच दी गई.'

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उन्होंने कहा, 'राम मंदिर निर्माण में कोई रोक लगा रहा है तो वो यही चंदा चोर हैं. बीजेपी को पूरी दुनिया में रहने वाले हिंदुओं से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए. रवि मोहन तिवारी और सुल्तान अंसारी के अकाउंट की जांच की जाए. ये पैसा कहां-कहां गया, उसकी जांच की जाए. बीजेपी का एक प्रवक्ता संबित पात्रा चंदा चोरी करने वाले के पक्ष में खड़ा हो जाएगा.'

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सिंह ने कहा, 'इतने बुरे दिन आ गए भाजपाइयों के कि प्रॉपर्टी डीलर्स के पक्ष में आ गए. बीजेपी की थ्योरी है कि जो अविवाहित है, वो ईमानदार है. ये महिलाओं का अपमान है. ये रिश्ता क्या कहलाता है के पार्ट-2 का कल खुलासा करूंगा.'

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