महानगर मुंबई में खसरे (measles)का प्रकोप थम नहीं रहा है. बुधवार को खसरे के कारण एक आठ माह के बच्चे की मौत हो गई है. खसरे के कारण इस वर्ष शहर में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें, मुंबई में मंगलवार को खसरे के 20 नए मामलों की पुष्टि हुई थी वहीं इसके कारण कल एक साल के बच्चे की मौत हुई थी. बृहन्नमुंबई महानगर पालिका (BMC)के अनुसार, इस वर्ष 1 जनवरी से मुंबई में अब तक 200 से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित हुए हैं. बीएमसी की ओर से कहा गया है कि खसरे के प्रकोप के चलते सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे नौ माह से 5 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन कराएं."
भिवंडी ठाणे का 8 महीने के आंशिक रूप से इम्युनाइज्ड बच्चे को खसरा होने का संदेह था. उसकी इलाज के दौरान मुंबई के एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई. बच्चे को बुखार आया और पूरे शरीर में दाने निकल आए. उसे सांस लेने में परेशानी होने पर बीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कई उपायों के बावजूद बच्चे को बचाया नहीं जा सका. कल रात में 9:15 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया. पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा.
मुंबई शहर के 24 वार्डों में से 10 में करीब 21 स्थानों पर खसरा फैलने की सूचना मिली है. वर्तमान में मुंबई में आठ अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज चल रहा है.
ऐहतियात के तौर पर अंधेरी के सेवनहिल्स अस्पताल के 120 बेड्स को खसरे के मरीजों के लिए रिजर्व रखा गया है, इसमें 100 ऑक्सीजन बेड, 10 वेंटीलेटर और 10 आईसीयू बेड्स शामिल हैं. पिछले दो वर्षों से यह अस्पताल कोविड-19 अस्पताल के तौर पर संचालित हो रही थी.
केंद्र का कहना है कि बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल और महाराष्ट्र के कुछ जिलों से खसरे के मामलों में वृद्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खास चिंता का विषय है. बचाव की तैयारियों और खसरे के प्रकोप से निपटने के लिए राज्यों को सलाह जारी की गई है.
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