ओडिशा (Odisha) के बालासोर (Balasore) जिले में शुक्रवार शाम को हुए एक दर्दनाक रेल हादसे में अब तक 288 से लोगों की मौत की खबर आ चुकी है. वहीं 803 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. दरअसल कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसके बाद यह दूसरी लाइन पर सामने से आ रही एक अन्य ट्रेन से टकरा गई. जिस वजह से ये दर्दनाक हादसा हुआ. ओडिशा रेल हादसे (Odisha Train Accident) की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. साउथ ईस्टर्न जोन के कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (CRS) ए एम चौधरी इस बड़ी ट्रेन दुर्घटना की जांच करेंगे.
पीएम मोदी ने किया घटनास्थल का दौरा
पीएम मोदी ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया.पीएम मोदी ने इस दौरान घटनास्थल पर चल रहे राहत-बचाव कार्य का भी जायजा लिया. इसके बाद पीएम कटक के उस अस्पताल भी गए जहां ज्यादातर घायलों का इलाज चल रहा है. पीएम मोदी ने अस्पताल में घायलों से बात भी की. साथ ही घायलों के इलाज में लगे डॉक्टरों से भी बात की.
पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने किया घटनास्थल का दौरा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटनास्थल का दौरा किया. रेल मंत्री के सामने ममता बनर्जी ने कहा कि इस हादसे की गहनता से जांच हो. बंगाल सीएम ने राज्य के प्रत्येक प्रभावित परिवार को ₹ 5 लाख की वित्तीय सहायता की घोषणा की. पश्चिम बंगाल सरकार ने ओडिशा में 110 एम्बुलेंस और 40 डॉक्टर भेजे हैं और संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग करना जारी रखेगी.
बालासोर दुर्घटना : दोनो ट्रेनों में करीब 3500 के आसपास यात्री यात्रा कर रहे थे
कोरोमंडल एक्सप्रेस का सीट कंपोजिशन : 1256 + 500 ( जनरल बोगी) = 1756
स्लीपर ( 5 कोच) = 80x 5
थर्ड एसी ( 9 कोच) = 72x 9
सेकंड एसी ( 2 कोच) = 52x 2
फर्स्ट एसी ( 1 कोच) = 24 x 1
जनरल बोगी ( 2 कोच) = 250x 2
विशेस्वर्रैया हावड़ा एक्सप्रेस : 1244 + 500 ( जनरल बोगी) = 1744
स्लीपर ( 7 कोच) = 80x 7
थर्ड एसी ( 8 कोच) = 72x 8
सेकंड एसी ( 2 कोच) = 52x 2
जनरल बोगी ( 2 कोच) = 250x 2
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी
रेल हादसे में घायलों को इलाज के लिए गोपालपुर, कांतापाडा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक अभी भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है. पटरी से उतरे डिब्बों में कई लोग फंस गए और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं. मुख्य सचिव प्रदीप जेना के मुताबिक 7 NDRF, 5 ODRAF और 24 फायर सर्विस यूनिट, स्थानीय पुलिस, वालिंटियर खोज और बचाव में खूब मशक्कत कर रहे हैं.
हाई लेवल कमेटी करेगी हादसे की जांच
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि घायलों के उपचार की कोशिश जारी है. साथ ही कहा कि इस भयानक हादसे की जांच हाई लेवल कमेटी करेगी और CRS भी इंडिपेंडेंट जांच करेंगे. किस कारण से ये हादसा हुआ, ये पता लगाया जाएगा. फिलहाल फोकस अभी रेस्क्यू पर है. हादसा कैसे हुआ, इस बारे में तो इंक्वायरी के बाद पता चलेगा.
कई ट्रेनों पर पड़ा रेल हादसे का असर
करीब इस रूट से गुजरने वाली 92 और दूसरी ट्रेनों पर रेल हादसे का असर पड़ा है. नतीजतन 43 ट्रेन रद्द की कर दी गई. वहीं 38 ट्रेनों का रुट डायवर्जन कर दिया गया. जबकि 9 ट्रेन टर्मिनेशन की गई है. इसके अलावा एक ट्रेन रिशिड्यूल की गई.
रद्द की गई ट्रेन
मुआवजे का ऐलान
इसी के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा की ट्रेन दुर्घटना को लेकर मुआवजे की घोषणा की है. वैष्णव ने ट्वीट किया है - ओडिशा में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को दो लाख रुपये और मामूली घायलों को 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी. साथ ही पीएम मोदी ने मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000-50,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया.
ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन हादसे के बाद राज्य दिवस समारोह रद्द करते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. ट्रेन हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज ओडिशा का दौरा कर सकती हैं. रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम के अनुसार, रेल हादसा होने के बाद कम से कम 13 ट्रेनें या तो डायवर्ट की गई हैं या फिर रद्द कर दी गई हैं.
मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द
ओडिशा में रेल हादसा होने पर शनिवार की सुबह होने वाला मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द कर दिया गया है. इस ट्रेन को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले थे. समारोह सुबह साढ़े दस बजे होना था.
बीएमसी की टीम भी मदद करने में जुटी
बीएमसी की टीम भी लोगों की मदद करने में जुटी है. भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के यात्री जो होटल / लॉज का खर्च नहीं उठा सकते, उन्हें बीएमसी के एसयूएच में आश्रय दिया जा रहा है.
लोगों की जिंदगी बचाने में जुटे स्थानीय लोग, ब्लड डोनेट करने के लिए लगी लंबी लाइन
इस ट्रेन हादसे का शिकार हुए कई लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है. ऐसे में स्थानीय लोग ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंच चुके हैं. नतीजतन ब्लड डोनेट करने वालों की लंबी कतार लग गई है.
परिवारों को सौंपे जा रहे हैं मृतकों के शव
ओडिशा मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि शिनाख्त किए गए शवों को या तो उनके परिजनों को सौंप दिया जा रहा है. अज्ञात लोगों के लिए वैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा:
दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है.
रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं-
Help line numbers – 033 26382217, 8972073925, 9332392339, 8249591559, 7978418322, 9903370746,044- 25330952, 044-25330953, 044-25354771
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