गर्मी में नहीं है गर्म मौसम... आखिर भारत क्यों बन गया है क्लाइमेट चेंज के लिए केस स्टडी?

इस साल जनवरी के महीने में ना सर्दी सर्दी जैसी थी और मई के महीने में ना गर्मी जैसी गर्मी थी. साल के शुरुआती 5 महीने कैसे मौसम के लिहाज से अजीबोगरीब रहे और कैसे नए-नए रिकॉर्ड बने ?

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नई दिल्ली:

भारत में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को समझने के लिए 2025 का साल केस स्टडी होने वाला है. इस साल अब तक के 5 महीनों ने कुदरत का एक और ही चेहरा पेश किया. इस साल जनवरी के महीने में ना सर्दी सर्दी जैसी थी और मई के महीने में ना गर्मी जैसी गर्मी थी. साल के शुरुआती 5 महीने कैसे मौसम के लिहाज से अजीबोगरीब रहे और कैसे नए-नए रिकॉर्ड बने ? इसे महीने दर महीने आंकड़ों के जरिए समझने की कोशिश करते हैं.

जनवरी 2025

जनवरी महीने की अगर बात करें तो ये महीना पिछले 125 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना था और 1958 के बाद का सबसे गर्म महीना था. इस महीने पूरे देश का औसत तापमान रहा 19.02°C जो कि सामान्य से 0.98°C ज्यादा रहा.

सबसे ज्यादा असर ईस्ट और नॉर्थ ईस्ट इंडिया में देखने को मिला. ईस्ट और नॉर्थ ईस्ट रीजन में औसत तापमान सामान्य से 1.49°C ज्यादा रहा.

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फरवरी 2025

फरवरी महीने की अगर बात करें तो ये महीना पिछले 125 सालों में सबसे गर्म महीना रहा. इसके साथ ही 2016 में सबसे गर्म फरवरी का रिकॉर्ड भी टूट गया. इस महीने पूरे देश का औसत तापमान रहा 22.06°C जो कि सामान्य से 1.36°C ज्यादा रहा.

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सबसे ज्यादा असर सेंट्रल इंडिया में देखने को मिला. सेंट्रल इंडिया में औसत तापमान सामान्य से 1.88°C ज्यादा रहा.

मार्च 2025

मार्च महीने की अगर बात करें तो ये महीना पिछले 125 सालों में 11वां सबसे गर्म महीना था. इस महीने पूरे देश का औसत तापमान रहा 25.42°C जो कि सामान्य से 0.82°C ज्यादा रहा.

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सबसे ज्यादा असर दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में देखने को मिला. इस क्षेत्र में अब तक का सबसे छठा गर्म मार्च का महीना रहा. दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में औसत तापमान सामान्य से 0.47°C ज्यादा रहा.

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अप्रैल 2025

अप्रैल महीने की अगर बात करें तो ये महीना पिछले 125 सालों में 7वां सबसे गर्म महीना था. इस महीने पूरे देश का औसत तापमान रहा 29.16°C जो कि सामान्य से 0.86°C ज्यादा रहा.

सबसे ज्यादा उत्तर पश्चिमी भारत में देखने को मिला. इस क्षेत्र में अब तक का सबसे तीसरा गर्म अप्रैल का महीना रहा. उत्तर पश्चिमी भारत में औसत तापमान सामान्य से 1.56°C ज्यादा रहा.

मई 2025

शुरुआती 4 महीने जहां तापमान का रिकॉर्ड बनता रहा तो वहीं पांचवा महीना बारिश का रिकॉर्ड बना गया.

मई महीने की बात करें तो दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु ने बारिश का रिकॉर्ड बनाया. दिल्ली में 186.4 मिमी बारिश हुई जो कि मई महीने में अब तक की सबसे ज्यादा थी. 1918 के बाद मई महीने मुंबई में भी 503.2 मिमी के साथ सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बनाया. बेंगलुरु में 26 मई तक 307.9 मिमी बारिश हुई. इसके साथ ही मई महीने में सबसे ज्यादा बारिश का पुराना रिकॉर्ड टूट गया.

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