बेंगलुरु से रविवार को लापता हुआ 12 साल का लड़का सोशल मीडिया पर अपील किए जाने के बाद बुधवार की सुबह हैदराबाद में मिल गया. वह एक मेट्रो स्टेशन पर मिला. दोनों मेट्रो शहरों के बीच करीब 570 किलोमीटर की दूरी है. लड़के के लापता होने के बाद उसे खोजने के लिए काफी मशक्कत की गई.
पुलिस डीन्स एकेडमी के छठी कक्षा के छात्र परिणव को तीन दिनों तक खोजने की कोशिश करती रही,लेकिन वह पुलिस की नजरों से बचने में कामयाब होता रहा. जब उसे किसी एक स्थान पर देखा जाता और पुलिस वहां पहुंचती, उससे पहले ही वह दूसरी जगह पहुंच जाता था.
लड़के को बेंगलुरु में सुबह 11 बजे के आसपास व्हाइटफील्ड में एक कोचिंग सेंटर से निकलते हुए देखा गया था. इसके बाद दोपहर तीन बजे के आसपास वह येमलूर के पास एक पेट्रोल पंप पर देखा गया. उसे आखिरी बार उसी दिन शाम को बेंगलुरु के मैजेस्टिक बस टर्मिनस में बस से उतरते हुए देखा गया था. यह बस टर्मिनस शहर को कर्नाटक के और राज्य के बाहर के शहरों से जोड़ता है.
लड़का बेंगलुरु से पहले मैसूरु गया और फिर चेन्नई होते हुए हैदराबाद पहुंचा. उसके पास 100 रुपये थे. उसके पास कुछ पार्कर पेन थे जिसमें से उसने कुछ अपने खर्च के लिए सौ-सौ रुपये में बेचे. एक फुटेज में वह साफ तौर पर लोगों को पेन बेचने की कोशिश करते हुए दिख रहा है.
लड़के की कोई खोज-खबर न मिलने पर चिंतित उसके माता-पिता ने उसे ढूंढने में मदद मांगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. उन्होंने अपने बच्चे को खोजने के लिए ऑनलाइन एक सीसीटीवी फुटेज शेयर करते हुए लोगों से मदद का अनुरोध किया. इस फुटेज में वह लड़का सड़क पर चलता हुआ दिख रहा है.
इस अनुरोध पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उसे खोजने की कोशिश की. लड़के की मां ने भी एक वीडियो पोस्ट कर उससे घर लौटने का आग्रह किया था.
सोशल मीडिया पर लड़के के पोस्टर काफी शेयर किए गए. इसके बाद एक यात्री ने मेट्रो में लड़के की पहचान की. जब उससे उसका नाम पूछा गया तो उसने अपनी पहचान की पुष्टि की. लापता होने के तीन रात बाद बुधवार को उसे हैदराबाद के नामपल्ली मेट्रो स्टेशन पर रोक लिया गया.
परिणव के माता-पिता को उसके मिलने की सूचना दे दी गई है और वे हैदराबाद पहुंच रहे हैं. परिणव के पिता सुकेश इंजीनियर हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह वहां कैसे पहुंचा.
सुकेश ने कहा कि, "मैं वास्तव में उन सभी अजनबियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरे बेटे को ढूंढने में हमारी मदद की. अगर उसकी तस्वीर हर जगह नहीं फैलती तो हैदराबाद के उस व्यक्ति ने कभी किसी लड़के को रोककर उसके बारे में पूछने का नहीं सोचा होता."
परिणव की मां ने भी कहा कि उनका बेटा हैदराबाद में मिल गया है. उन्होंने उन लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने लड़के को ढूंढने में परिवार की मदद की. उन्होंने कहा, ''वह सुरक्षित है और हम उसे लेने जा रहे हैं.''