चार धाम यात्रा को शुरू हुए फिलहाल 5 ही दिन हुए हैं लेकिन जाने वालों का हुजूम केदारनाथ के कपाट खुलने के साथ ही लगना शुरू हो गया है. इतना ही नहीं अब तक चार धाम यात्रा के लिए गए 11 लोगों की मौत भी हो गई है. चार धाम यात्रा के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. यात्रा के शुरू होते ही चार धाम में लग रही भारी भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिया गया है.
2 दिन तक बंद रहेंगे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
दरअसल, 15 और 16 मई को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे. यह फैसला चार धाम की यात्रा के लिए आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए लिया गया है. बता दें कि चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में किए जा रहे हैं.
अब तक लाखों श्रद्धालु कर चुके हैं रजिस्टर
एक प्रेस वार्ता के दौरान गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि 15 अप्रैल से अभी तक 26,73,519 रजिस्ट्रेशन हुए थे. गंगोत्री में 4,21,366 रजिस्ट्रेशन किए गए. यमुनोत्री में 4,78,576 रजिस्ट्रेशन किओए गए. वहीं हेमकुंड साहिब के लिए अब तक 59 हजार से अधिक लोगों द्वारा रजिस्ट्रेशन किया गया है. बता दें कि हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई से खुलेंगे.
ऑफलाइन के माध्यम से ऋषिकेश में अभी तक 76,120 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. हरिद्वार में ऑफलाइन के माध्यम से 66,251 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. यमनोत्री में 59 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. गंगोत्री में 51 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ में 1 लाख 26 हजार 306 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बद्रीनाथ 39 हजार 574 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
मुख्यमंत्री सचिव आज करेंगी उत्तरकाशी की मॉनिटरिंग
चार धाम यात्रा का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री सचिव मीनाक्षी सुंदरम आज उत्तरकाशी में मॉनिटरिंग करेंगी. यात्रियों की सहूलियत के लिए और होल्डिंग कैपेसिटी के मुताबिक ही यात्रियों को रोका जा रहा है. गढ़वाल कमिश्नर ने कहा कि उनके लिए यात्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. जिलाधिकारियों को यात्रा रुट पर बसे बाज़ारों को होल्डिंग एरिया बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
2023 में चारधाम यात्रा में 200 लोगों की हुई थी मौत
पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 200 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. पिछले साल यात्रा खत्म होने के बाद सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केदारनाथ में 96, यमुनोत्री धाम में 34, गंगोत्री धाम में 29, बद्रीनाथ धाम में 33 और हेमकुंड साहिब में 7 और गौमुख ट्रेक में 1 की मौत हुई थी. वहीं 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान 232 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. केदारनाथ धाम में 111, बद्रीनाथ धाम में 58, हेमकुंड साहिब में 4, गंगोत्री में 15 और यमुनोत्री धाम में 44 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले 2021 में कुल 300 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी.
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