PM मोदी ने गतिशक्ति योजना का किया आगाज, बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने का मिशन

पीएम गति शक्ति योजना बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करेगी, रसद लागत में कटौती करेगी, आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करेगी और स्थानीय वस्तुओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना देगी.

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नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (PM Narendra Modi) बुधवार को पीएम- गति शक्ति योजना का आगाज किया. उनका कहना है कि इससे विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग स्थापित होगा. इसका फायदा यह होगी कि परियोजनाएं कम समय में पूरी होंगी और इनकी लागत भी घटेगी. साथ ही परियोजनाओं की मंजूरी से निर्माण तक इसमें नौकरशाही या अड़ंगेबाजी नहीं होगी. मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देकर विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी को ये योजना दूर करेगी. यह गतिशक्ति परियोजना विभागीय रुकावटों को खत्म कर देगी.  प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में हितधारकों के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देगी.

 पीएमओ के मुताबिक, इससे सभी विभागों को एक केंद्रीकृत पोर्टल के माध्यम से एक-दूसरे की परियोजनाओं का पता चलेगा और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.पीएमओ ने कहा कि गतिशक्ति परियोजना व्यापकता, प्राथमिकता, अनुकूलन, समकालीन और विश्लेषणात्मक तथा गतिशील होने के छह स्तंभों पर आधारित है. यह बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करेगी, रसद लागत में कटौती करेगी, आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करेगी और स्थानीय वस्तुओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना देगी.

यह देखते हुए कि विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की कमी सहित कई मुद्दों से देश में दशकों से बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रभावित हुआ, पीएमओ ने भूमिगत केबल बिछाने, गैस पाइपलाइन जैसी गतिविधियों के लिए अन्य एजेंसियों द्वारा खोदी जा रही नव-निर्मित सड़कों का उदाहरण दिया. पीएमओ ने कहा, ‘‘इससे न केवल बड़ी असुविधा होती है बल्कि यह एक फिजूलखर्ची भी है.'' साथ ही कहा कि समन्वय में सुधार के लिए उपाय किए गए हैं.अलग से योजना बनाने और डिजाइन करने के बजाय परियोजनाओं को अब एक सामान्य दृष्टि से डिजाइन और निष्पादित किया जाएगा और इसमें भारतमाला, सागरमाला और अंतरदेशीय जलमार्ग जैसे विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाएं शामिल होंगी. 

पीएमओ ने कहा कि टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा गलियारा, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, औद्योगिक गलियारा, फिशिंग क्लस्टर और एग्री जोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कनेक्टिविटी में सुधार और भारतीय व्यवसायों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कवर किया जाएगा.कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर (प्रदर्शनी हॉल दो से पांच) का भी उद्घाटन करेंगे. इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) का प्रमुख कार्यक्रम भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 14 से 27 नवंबर तक इन नए प्रदर्शनी हॉल में आयोजित किया जाएगा.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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