यह ख़बर 26 नवंबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

भतीजी ने की माओवादी नेता किशनजी के शव की पहचान

खास बातें

  • मुठभेड़ में मारे गए किशनजी की भतीजी दीपा राव ने मिदनापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शवगृह में रखे उसके शव की पहचान कर ली है।
मिदनापुर:

सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए माओवादी नेता किशनजी की भतीजी दीपा राव ने मिदनापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शवगृह में रखे उसके शव की पहचान कर ली है। फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराए जाने की तैयारियां की जा रही हैं। किशनजी का शव शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा में झाड़ग्राम पुलिस के शवगृह से यहां लाया गया था। शव की पहचान के लिए उसकी भतीजी रात एक बजे के बाद यहां पहुंची। पुलिस ने बताया कि दीपा के साथ तेलुगू कवि और माओवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वाले वरवर राव भी थे। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम शनिवार को 11 बजे के बाद फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मौजूदगी में किया जाएगा। शव बाद में रिश्तेदारों को सौंपे जाने के बारे में फैसला जिला प्रशासन करेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या शव को किशनजी के पैतृक स्थान आंध्र प्रदेश में करीमनगर जिले के पेड्डापल्ली हेलीकॉप्टर से ले जाया जाएगा, पुलिस ने कहा, इसमें समूची प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस बीच संयुक्त बल बुरिसोल जंगल क्षेत्र में सुचित्रा महतो और दो अन्य की तलाश में तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं, जहां गुरुवार को भीषण मुठभेड़ में किशनजी मारा गया था। सूत्रों ने बताया कि संयुक्त बल सुचित्रा और दो अन्य की तलाश में जंगल के चप्पे-चप्पे को छान रहे हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि गुरुवार की मुठभेड़ में वे घायल हो गए थे और पास ही कहीं छिपे हैं। इस बीच माओवादियों द्वारा शनिवार से आहूत दो दिवसीय राज्यव्यापी बंद का झाड़ग्राम क्षेत्र में कुछ दुकानों को छोड़कर राज्य में कोई असर नहीं पड़ा।


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