शरीर में जिंक की मात्रा बढ़ने से उल्टी, दस्त, क्रैम्प्स के साथ होता है सिरदर्द, ये रहे जिंक टॉक्सिटी को रोकने के तरीके

High Zinc Consumption: बहुत ज्यादा जिंक का सेवन खनिजों के अवशोषण और उपयोग को खराब कर सकता है, यहां इससे बचने का तरीके बताए गए हैं.

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High Zinc Consumption: जिंक टॉक्सिटी कुछ मेडिकल कंडिशन का एक दुष्प्रभाव हो सकता है.

Zinc Side Effects: बहुत ज्यादा जिंक का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है, क्योंकि यह शरीर के बैलेंस को खराब कर सकता है और टॉक्सिटी को जन्म दे सकता है. जिंक एक जरूरी खनिज है जो इम्यून फंक्शन को बेहतर बनाने, घाव भरने और कई बॉडी फंक्शन के लिए जिम्मेदार होता है. हालांकि, बहुत ज्यादा जिंक के सेवन से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिसमें मतली, उल्टी, दस्त, क्रैम्प्स, सिरदर्द और थकान शामिल हैं.

यह अनुमान लगाया गया है कि एडल्ट्स के लिए जिंक सेवन की सुरक्षित सीमा हर दिन लगभग 40 मिलीग्राम है, क्योंकि इस मात्रा से अधिक लेने से जिंक टॉक्सिटी हो सकती है. यह सप्लीमेंट, शेलफिश और पोर्क के बहुत ज्यादा सेवन की वजह से हो सकता है. शरीर में जिंक का हाई लेवल लंबे समय तक जिंक टॉक्सिटी पैदा कर सकता है. इसके अलावा, बहुत ज्यादा जिंक कई खनिजों के अवशोषण और उपयोग को रिस्ट्रिक्ट कर सकता है, जिससे शरीर में इनकी कमी हो सकती है. इससे एनीमिया, न्यूट्रोपेनिया और तंत्रिका संबंधी विकार हो सकते हैं, जैसे कि पार्किंसंस रोग और अल्जाइमर रोग जैसे लक्षण. इसके अलावा, जिंक का हाई लेवल प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है.

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गर्भवती महिलाओं में बहुत ज्यादा जिंक का सेवन फेटस ग्रोथ में बाधा पैदा कर सकता है और आनुवंशिक असामान्यताओं को जन्म दे सकता है, जैसे बच्चे की ग्रोथ में देरी और कॉग्नेटिव लॉस. जिंक टॉक्सिटी को रोकने और उपचार करने के लिए यहां कुछ टिप्स हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं.

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जिंक टॉक्सिटी को रोकने के लिए टिप्स | Tips To Prevent Zinc Toxicity

1. मॉनिटर करें

शरीर में जिंक लेवल को मॉनिटर करने के लिए हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स से डेली चेकअप करवाना जरूरी है. यह उन व्यक्तियों के लिए खासतौर से जरूरी है जो जिंक सप्लीमेंट लेते हैं या हाई जिंक डाइट लेते हैं.

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2. सेवन सीमित करें

वयस्कों के लिए जिंक की डेली रिकंमेंडेड मात्रा 8-11mg है और 25mg तक सुरक्षित मानी जाती है. जिंक के अत्यधिक सेवन से टॉक्सिटी हो सकती है, इसलिए सेवन को सीमित करना और बहुत ज्यादा डोज से बचना चाहिए.

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3. जिंक सप्लीमेंट से बचें

जिंक सप्लीमेंट केवल डॉक्टर की रिकंमेंडेशन पर ही ली जानी चाहिए. ओवर-द-काउंटर सप्लीमेंट्स और मल्टीविटामिन में जिंक की हाई डोज जिससे टॉक्सिटी हो सकती है.

4. बैलेंस डाइट लें

सप्लीमेंट डाइट के बिना एक बैलेंस डाइट जिंक की कमी को पूरा कर सकती है. जिंक से भरपूर फूड्स में मांस, सी फूड, फलियां, बीज और नट्स शामिल हैं.

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5. जिंक-फोर्टिफाइड फूड्स सावधान रहें

कुछ फूड्स जैसे कि अनाज और ब्रेड, जिंक से भरे होते हैं. यह उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो अपनी डेली जिंक की जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते हैं, इन खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से विषाक्तता हो सकती है.

6. मेडिकल हेल्प लें

अगर जिंक विषाक्तता के लक्षण पैदा होते हैं, तो तुरंत मेडिकल मदद लें. लक्षणों में मतली, उल्टी, दस्त, क्रैम्प्स, सिरदर्द और थकान शामिल हो सकते हैं.

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जिंक एक जरूरी पोषक तत्व है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जिंक के अत्यधिक सेवन से हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं. कोई भी सप्लीमेंट लेने या अपनी डाइट में जरूरी बदलाव करने से पहले हेल्थ केयर प्रोवाइडर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है. जब जिंक के सेवन की बात आती है तो मॉडरेशन जरूरी है और बेहतर हेल्थ को बनाए रखने के लिए बहुत ज्यादा मात्रा से बचना चाहिए.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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