Yoga for Flexibility: उम्र बढ़ने के साथ हमारी हड्डियों का लचीलापन भी कम होने लगता है और हमारे ज्वाइंट्स भी सख्त होने लगते हैं. वहीं कुछ लोग ऑस्टियोपोरोसिस का शिकार हो जाते हैं. ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों के लिए योगाभ्यास उनके हड्डियों की डेंसिटी को रोकने और जोड़ों की परेशानी को कम करने में बहुत फायदेमंद हो सकता है. जोड़ों को अगर नियमित तौर पर काम में लाया जाए तो वह अकड़न जैसी परेशानियों से बचे रह सकते हैं.
वहीं योगा आपकी बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में भी लाभदायी होता है. योग आपके संपूर्ण स्वास्थय के लिए लाभदायी होता है आज के समय में हर कोई ये बात मान चुका है. कई बीमारियों में राहत पाने के लिए लोग योग का सहारा लेते हैं. यही वजह है कि आज के समय में योग लोगों को पहली पसंद बनता जा रहा है. योग आपकी शारीरिक ताकत को बढ़ाता है, जो उम्र से जुड़ी कई परेशानियों को रोकने में मदद करता है. आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे योगाभ्यास जो शरीर के लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करेंगे.
यदि आप बुजुर्ग हैं तो शरीर के लचीलेपन के लिए इन पोज़ को आज़माएँ:
1. अधो मुख संवासन
- जमीन पर फर्श की तरफ मुंह करके सीधा लेट जाएं
- अब अपने हथेली और पंजों को जमीन पर टिकाते हुए अपने बीच के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं
- अपने शरीर के साथ पहाड़ जैसी आकृति बना लें
- अपने चेहरे को अंदर की तरफ कर के अपने पैरों को देखें
- आपके शरीर को एक त्रिकोण बनाना चाहिए
- कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और कम से कम 10 बार दोहराएं.
2. भुजंगासन
- इस आसन को करने के लिए फर्श पर लेट जाएं और अपना चेहरा जमीन की ओर करें
- अब अपनी हथेलियों को अपने साइड में रखें और हाथों भर पूरा भार डालते हुए अपने शरीर को ऊपर की ओर उठाएं
- इस योग में सिर्फ आपकी हथेंलियां ही जमीम पर होनी चाहिए बाकी शरीर का पूरा हिस्सा हवा में रहता है
- इस योग को 30 सेकंड के करें और फिर वापस से फर्श पर बैंठ जाएं
- इस अभ्यास को हर रोज 3-4 बार दोहराएं.
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3. ताड़ासन
- इस योग को करने के लिए पहले आप सीधे खड़े हो जाएं और पैरों के बीच कुछ दूरी बना लें
- अपने दोनों हाथों को अपने शरीर के पास में सीधा रखें
- अब अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं
- इसके बाद आप अपनी उंगलियों को बांध ले
- हाथों को सीधा रखते हुए ऊपर की तरफ स्ट्रेच करें
- आपकी हथेलियां और आपका फेस भी आसमान की तरफ होना चाहिए
- इस स्थिति में तकरीबन 10 सेकेंड तक रहें और 3-5 बार इस क्रिया को दोहराएं.
4. बालासन
- अपने पैरों को मोड़कर सीधे बैठ जाएं
- इस समय आपके पैर ऊपर की ओर होने चाहिए
- अब धीरे-धीरे अपने शरीर को फर्श पर आगे की ओर झुकाएं
- इस समय जहाँ तक संभव हो आपकी हाथ सामने की तरफ फैले हुए होने चाहिए
- आपका चेहरा भी आपकी हथेलियों के साथ-साथ जमीन की ओर होना चाहिए
- इस पोजीशन में आपकी पिंडलियां, माथा और हथेलियां जमीन को छूने चाहिए
- इस पोजीशिन में आपका शरीर पूरी तरह से स्ट्रेच करता है, जो शरीर को आराम देने के साथ रिलैक्स भी करता है
- इस स्थिति में आप 10-15 सेकेंड तक रुकें और रोजाना 4-5 सेट करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.