Year Ender: 2020 से स्वास्थ्य क्षेत्र में कई तरह के बदलाव आए इन 2 सालों में काफी कुछ बदला और कई चीजों और हालातों से सीखने को मिला. वहीं साल 2022 स्वास्थ्य सेवा जगत के लिए विशेष रूप से पेचीदा रहा है. महामारी के बाद से बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सेवा सुधारों का वादा किया गया था. यहां तक कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में ज्यादातर कंपनियों के शेयर अपने चरम पर थे, लेकिन महामारी का असर कम होने के बाद से कोई भी अब स्वास्थ्य सेवा उद्योग में व्यापक सुधारों के बारे में बात नहीं कर रहा है. इन 2-3 सालों में जो भी घटा उसने हेल्थ केयर के नए आयामों को जन्म दिया. अब लोग ऑनलाइन मॉड में ज्यादा आ गए हैं. इस तर्ज पर बदलती लाइफस्टाइल में आने वाले साल 2023 में स्वास्थ्य क्षेत्र में क्या नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं उन्हें के बारे में यहां आसान भाषा में समझाया गया है,
Year Ender 2022: हेल्थ को लेकर नए साल में क्या कुछ बदलने की उम्मीद:
ऑनलाइन कनसल्टेशन:
ऐसा प्रतीत होता है कि ऑनलाइन कनसल्टेशन प्लेटफॉर्म इस साल सबसे अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए हैं, जिससे सेक्टर में तेजी से बदलाव हुआ है. ऑनलाइन कसल्टेशन का चलन महामारी आने के बाद से बढ़ा है और उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले 2023 में ये हमारी लाइफस्टाइल में शुमार हो जाएगा और अधिक से अधिक ऑनलाइन कसल्टेशन को तवज्जो दी जाएगी. हालांकिये सभी केस में लागू नहीं हो सकता है लेकिन बहुत बार इसे उपयोग में लाया जा सकता है.
5 सब्जियां और फल जो Skin Glow बढ़ाने में हैं कारगर, दाग धब्बों को दूर कर दमकती त्वचा पाने में मददगार
हेल्थ चेकअप की इंपोर्टेंस:
प्रीवेंटिव चेकअप के लिए भी लोग आगे बढ़े हैं. बीमारियों की आशंकाओं को कम करने के लिए समय समय पर हेल्थ चेकअप का चलन भी बढ़ा है और उम्मीद की जा सकती है कि ये आने वाले समय में और भी बड़े लेवल पर अपनाया जा सकता है.
घर पर सेवाओं की सुविधा:
आपने अगर ब्लड टेस्ट करवाया होगा तो आपने देखा होगा कि कई लैब्स आपके घर से सैम्पल कलेक्ट करती हैं. होम सैंपल पिकअप की पेशकश आगे बढ़ने वाली हर लैब्स के लिए "गुड-टू-हैव" फीचर से "मस्ट-हैव" की ओर बढ़ जाएगी.
सर्दियों में ड्राई स्कैल्प, सफेद पपड़ी, डैंड्रफ बनने लगा है तो राहत के लिए आजमाएं ये घरेलू उपाय
क्रोनिक डिजीज मैनेजमेंट में टेक्नोलॉजी की भूमिका:
फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्ट घड़ियां जरूरी संसाधनों की वजह से आप फिटनेस को ट्रैक करना आसान हो गया है. पिछले कुछ सालों में इन ट्रैकर्स की बढ़ती अफोर्डेबिलिटी ने सुनिश्चित किया है कि वे अब बड़े लेवल पर पहुंच प्रदान करेंगी और एक जरूरत बन जाएंगी.