Women's Day 2022: क्या है बांझपन और लो स्पर्म क्वालिटी के कारण, जानें महिलाओं में क्यों पॉपुलर हो रहा है एग फ्रीजिंग प्रोसेस

Women's Day 2022: बांझपन महिलाओं पर लगाया गया यह बेबुनियाद, असंगत दोष उन सबसे बड़े मिथ्स में से एक है जो आज तक मौजूद है. मेडिकल टेस्ट से यह साबित किया गया है कि बांझपन का कारण पुरुषों और महिलाओं दोनों में से किसी के भी शरीर में हो सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 28 mins
बांझपन का कारण पुरुषों और महिलाओं दोनों में से किसी के भी शरीर में हो सकता है.

International Women's Day 2022: किसी भी प्रकार के गर्भनिरोधक के बिना एक साल तक प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण करने में अक्षमता को बांझपन या वंध्यत्व कहा जाता है. भारत में करीबन 10-15 प्रतिशत कपल्स को बांझ पाया गया है. शादी के बाद जब भी किसी कपल्स को बच्चा नहीं हो पा रहा हो तो समाज आम तौर पर महिला को दोषी मानता है. प्रसूति बच्चों के पालन-पोषण को मां की जिम्मेदारी मानने की प्रथा के कारण बांझपन की जिम्मेदार भी महिला को ही मानने की परंपरा पुराने समय से चलती आ रही है. वैज्ञानिक ज्ञान के आभाव के कारण लोग पारंपरिक और आध्यात्मिक इलाजों की ओर जाते हैं और कुछ न कुछ करके राहत पाने की कोशिश करते हैं. महिलाओं पर लगाया गया यह बेबुनियाद, असंगत दोष उन सबसे बड़े मिथ्स में से एक है जो आज तक मौजूद है. मेडिकल टेस्ट से यह साबित किया गया है कि बांझपन का कारण पुरुषों और महिलाओं दोनों में से किसी के भी शरीर में हो सकता है.\

हर महिला को 30 साल की उम्र तक अपना लेनी चाहिए ये 18 हेल्दी आदतें, वरना करना पड़ेगा रिग्रेट

लो स्पर्म क्वालिटी के लिए जिम्मेदार कारक | Factors Responsible For Low Sperm Quality

शोध ने भी ज्यादातर कारणों का पता लगाने में मदद की है. पुरुषों में डायबिटीज और संक्रमण जैसी बिमारियों की वजह से शुक्राणु की गुणवत्ता और मात्रा प्रभावित हो सकती है. महिलाओं में पॉली-सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम/बीमारी, एंडोमेट्रियोसिस, डायबिटीज और अपर्याप्त थायराइड लेवल ऐसी कई समस्याएं हो सकती हैं. हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन अंगों की अनफेयरनेस और आनुवंशिक दोष पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकते हैं. इसलिए पुरुषों में प्रजनन क्षमता में समस्याओं के कारण भी कपल्स को बच्चा पैदा करने में असमर्थता हो सकती है, इसका उल्टा भी हो सकता है. इसका मतलब यह भी है कि बच्चा ना हो पाने के लिए सिर्फ महिला को ही दोषी ठहराना बिल्कुल गलत होगा.

Advertisement

हमारे समाज में पायी जाने वाली और एक गलत धारणा यह है कि जैसे ही कोई लड़की 20 से 30 के बीच की उम्र में आती है उसे लगातार याद दिलाया जाता है कि उसकी बायोलॉजिकल क्लॉक टिक-टिक कर रही है. अपने लिए साथी खोजने और शादी करने के लिए दबाव से लेकर एग की उम्र निकली जा रही है और प्रजनन क्षमता कम हो रही है ऐसी कई बातें लगातार सुननी पड़ती हैं.

Advertisement

High Uric Acid करता है हाथ पैरों को सुन्न, कंट्रोल करने के लिए सुबह पानी में मिलाकर पिएं एक चम्मच Ajwain

Advertisement

सोशल एग फ्रीजिंग आज की महिलाओं के लिए पसंदीदा विकल्प क्यों बन रहा है?

आज कई महिलाएं कई कारणों से 35 साल की आयु तक परिवार नियोजन करना स्थगित कर देती हैं. पिछले कुछ दशकों में हाई एजुकेशन और बेहतर करियर उपलब्धियों के कारण महिलाओं की स्थिति में कई गुना सुधार हुआ है. नतीजतन कई महिलाएं अपनी महत्वाकांक्षाओं को हासिल करने के लिए परिवार नियोजन को टाल रही हैं. आज कई कपल्स तब तक बच्चा नहीं चाहते जब तक कि वे अपने बच्चों के लिए एक अच्छा जीवन दे पाने के लिए मानसिक और आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हो जाते. हम मनुष्य कई मायनों में विकसित हुए हैं लेकिन हमारे शरीर की प्रजनन क्षमता अभी भी हमारी उम्र से जुड़ी हुई है.

Advertisement

किसी सामाजिक या व्यक्तिगत कारणों से महिला बच्चे के जन्म में देरी करना चाहती है तो सोशल एग फ्रीज़िंग में उनके (स्वस्थ फर्टाइल महिलाओं) एग्स को इकठ्ठा किया जाता है. जो कपल्स प्रेग्नेंसी में देरी करना चाहते हैं या बच्चा पैदा करना है या नहीं इसके बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, लेकिन भविष्य में अगर बच्चा चाहे तो उसके साथ अपने आनुवंशिक संबंध शेयर करने के विकल्प खुले रखना चाहते हैं तो उनके लिए यह एक विएबल अल्टरनेटिव है, जिनका पहला बच्चा अभी हुआ है और दूसरे बच्चे के बारे में कुछ सालों के बाद सोचना चाहेंगी ऐसी महिलाओं के लिए यह विकल्प उपयुक्त हो सकता है.

White Hair से हो गए हैं परेशान, तो नेचुरल तरीके से बालों को काला करने के इन विश्वसनीय घरेलू उपचारों को आजमाएं

कई महिलाओं के शरीर में बायोलॉजिकल विकास डिजायर टाइम फ्रेम के अनुसार न होने की वजह से उन्हें प्रजनन संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ता है. जब इस चिंता के साथ सही जीवनसाथी न मिल पाने की चिंता भी जुड़ जाती है तब उन्हें अपने जीवन की मनचाही प्राथमिकताओं पर समझौता करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से अधिकतम महिलाएं अपने फर्टाइल सालों में अपने एग्स को फ्रीज़ करने का विकल्प चुन रही हैं.

एग फ्रीजिंग के चिकित्सीया कारण:

एग फ्रीजिंग के विकल्प को कई तरह के चिकित्सीय कारणों से भी चुना जा सकता है. कैंसर रोगियों में विकिरण और कीमोथेरेपी का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उस स्थिति से उबरने के बाद गर्भधारण करना कठिन हो जाता है. नतीजतन, ऐसे व्यक्ति इलाज से पहले एग्स फ्रीज़ करना चुन सकते हैं. एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में प्रजनन प्रणाली में बने स्कार टिश्यू की वजह से गर्भधारण करना कठिन हो जाता है. इससे प्रजनन प्रणाली में सूजन आती है जिससे यह अंडों की गुणवत्ता को भी कम कर सकता है. उन महिलाओं के लिए भी एग फ्रीज़िंग फायदेमंद साबित होता है.

गर्मियों में डायबिटीज रोगी अपने हाई ब्लड शुगर पर इन 5 तरीकों से लगाएं लगाम, फिर नहीं होगी दिक्कत

संक्षेप में कहा जाए तो, सोशल एग फ्रीजिंग महिलाओं को गर्भावस्था को कुछ सालों तक स्थगित करने की अनुमति देता है और बाद में जब बच्चा हो तब वह अपने बच्चे के साथ अपने जैविक संबंधों को भी बनाए रख सकती हैं. अपनी महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने पर ध्यान और समय जुटाने के लिए उत्सुक महिलाओं को सोशल एग फ्रीज़िंग प्रजनन स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिसकी वजह से इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ रही है.

समाज से मिथकों और कलंकों को दूर हटाने के लिए पहला कदम है शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देना. सामुदायिकता जागरूकता शिविरों और रेडियो, टेलीविजन, समाचार पत्रों और यहां तक ​​कि सोशल मीडिया जैसे कई मीडिया के माध्यम से जानकारी फैलाकर जागरूकता निर्माण की जा सकती है. इस सांस्कृतिक परिवर्तन में महिलाओं की भूमिका सबसे अहम होनी जरूरी है, क्योंकि पूर्वाग्रह का सबसे पहला शिकार वो ही हैं. समाज से कलंक को खत्म करने की शुरूआत जमीनी स्तर से की जानी चाहिए, समाज के कई लोगों द्वारा मानी जाने वालों बातों को चुनौती देना जरूरी है.

गर्मियों में हाफ बाजू के कपड़े पहनने से काले पड़े हाथों और पैरों से सन टैन हटाने के लिए कारगर 9 घरेलू उपाय

(डॉ क्षितिज मुर्डिया, सीईओ और को-फाउंडर, इंदिरा आईवीएफ)

अस्वीकरण: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी विचार हैं. एनडीटीवी इस लेख की किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता या वैधता के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. सभी जानकारी यथास्थिति के आधार पर प्रदान की जाती है. लेख में दी गई जानकारी, तथ्य या राय एनडीटीवी के विचारों को नहीं दर्शाती है और एनडीटीवी इसके लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व नहीं लेता है.

जानें क्या है बच्चे पैदा करने की सही उम्र, 30 के बाद बेबी प्लानिंग और रिस्क

Featured Video Of The Day
NDTV Xplainer: अपनी धरती से प्यार करने वाले अमेरिकी कबीले के सरदार सिएटल का ख़त पढ़ा है आपने?