How to Make Adivasi Hair Oil at Home?: इन दिनों हर कोई हेयर फॉल (Hairfall) से लेकर बालों की अन्य समस्याओं का सामना कर रहा है. मानसून में खास तौर पर बालों से जुड़ी समस्याएं और बढ़ जाती है. बालों को लंबा, काला और घना बनाने का दावा (Lambe Ghane Baal) करने वाले कई शैम्पू और हेयर प्रोडक्ट्स मार्केट (Hair Product) में उपलब्ध है. हालांकि, इन दिनों जो सबसे ज्यादा चर्चा में है वह है आदिवासी हेयर ऑयल (Original Adivasi Hair Oil). आदिवासी तेल बनाने वाली कंपनियां ही नहीं एक डॉक्टर ने भी इस तेल की खूबियां गिनाई है. अरोमा और नेचिरो थेरेपिस्ट डॉक्टर मनोज दास ने सिर्फ चार इंग्रीडिएंट्स (Adivasi Oil Ingridients) से घर पर आदिवासी हेयर ऑयल बनाने का तरीका बताया है. डॉक्टर ने अपने चैनल पर एक वीडियो शेयर कर तेल बनाने के तरीके के साथ-साथ हर एक इंग्रीडिएंट के फायदे के बारे में भी अच्छे से बताया है.
आदिवासी हेयर ऑयल बनाने का तरीका (How to make adivasi hair oil?)
डॉक्टर मनोज दास ने तेल के अलावा सिर्फ चार इंग्रीडिएंट्स के साथ आदिवासी हेयर ऑयल बनाने का तरीका बताया है जिसका इस्तेमाल तीन साल के बच्चे से लेकर किसी भी उम्र का इंसान कर सकता है. डॉक्टर के मुताबिक, बेस ऑयल के लिए तिल का तेल या ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है. डॉक्टर कहते हैं कि आयुर्वेद के हिसाब से तिल का तेल सबसे बेस्ट होता है और अगर काले तिल का तेल मिल जाए तो वह सोने पर सुहागा जैसा है. क्योंकि सफेद तिल के मुकाबले काले तिल के तेल में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है.
आदिवासी हेयर ऑयल बनाने के लिए आधे लीटर तेल में 100 ग्राम सूखे हुए अमरबेल को छोटा-छोटा काटकर डालें. अब इसमें 50 ग्राम कलौंजी, 50 ग्राम सूखी हुई रोजमेरी की पत्तियां और 25 ग्राम सूखे हुए गेंदे की पत्तियां डालें. तेल को तब तक गर्म करते रहिए जब तक कि सभी इंग्रीडिएंट्स के गुण तेल में न समा जाएं और सामग्री जलने लगे. तेल को ठंडा करें और छानकर किसी साफ बोतल में भर लें. रात में सोने से पहले इस तेल से अच्छी तरह मालिश करें और सुबह किसी माइल्ड शैम्पू की मदद से बालों को धो लें.
गुणकारी इंग्रीडिएंट्स (Powerful Ingredients)
अमर बेल : डॉक्टर मनोज बताते हैं कि अमरबेल एक नेचुरल बायोटिन है. बालों में पोषक तत्वों की कमी की वजह से हमारे बाल टूटने और झड़ने लगते हैं. अमर बेल से बालों को जरूरी पोषण मिलता है जिससे इस तरह की समस्याएं कम हो जाती है. इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिससे बाल जल्दी लंबे होते हैं.
रोजमेरी की पत्तियां : डॉक्टर मनोज दास बताते हैं कि रोजमेरी ने बालों को दोबारा उगाने के लिए दी जाने वाली एलोपैथिक मेडिसिन मेसोक्सिन से भी कुछ केस में बेहतर रिजल्ट दिए हैं.
कलौंजी : कलौंजी के अंदर बालों की जरूरतों को पूरा करने वाले ढ़ेर सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसमें जिंक पाया जाता है जो बालों को झड़ने से रोकने में काफी असरदार होता है.
गेंदे का फूल : हार्मोन डिस्बैलेंस की वजह से कई लोगों के बालों में डीएचटी बन जाता है जिस वजह से बाल श्रिंक और पतला होने लगता है. वहीं गेंदे के फूल से हमारे बालों को एंटी-डीएचडी प्रॉपर्टी मिलती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)