सेहत का सवाल: पीरियड्स न आएं तो क्या करें? क्या पपीता खाने से रुके हुए पीरियड आ जाते हैं? जानिए

पपीता खाने से पीरियड्स सीधे तौर पर नहीं आते, लेकिन यह आपके हार्मोनल संतुलन को सुधारने और पीरियड्स के दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है. इसके साथ ही एक हेल्दी लाइफस्टाइल भी जरूरी है.

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बहुत बार पीरियड्स न आने की वजह से महिलाएं काफी परेशान हो जाती हैं.

Can Papaya induce Early Periods: महिलाओं के स्वास्थ्य में पीरियड्स का रेगुलर होना एक जरूरी पहलू है, लेकिन कभी-कभी इर्रेगुलर पीरियड्स या मेंट्रुअल प्रोब्लम्स से महिलाएं परेशान रहती हैं. बहुत बार पीरियड्स न आने की वजह से महिलाएं काफी परेशान होती हैं. हालांकि ऐसा कई कारणों से हो सकता है. इसके बाल महिलाएं सर्च करती हैं कि पीरियड्स कैसे लाएं, पीरियड्स जल्दी कैसे होंगे? बहुत से लोग कई घरेलू उपायों की ओर रुख करते हैं. पपीता भी इन्हीं उपायों में एक है. क्या पपीता खाने से पीरियड्स आ सकते हैं और इसके पीछे क्या कारण है चलिए जानते हैं.

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पपीता और पीरियड्स का संबंध:

पपीता एक ऐसा फल है जिसमें कई पोषक तत्व और एंजाइम होते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं. इसके मुख्य तत्वों में से एक है पेपेन—एक एंजाइम जो पाचन तंत्र में सहायक होता है और प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है. इसके अलावा, पपीता में विटामिन सी, विटामिन ए, और फाइबर जैसे पोषक तत्व भी होते हैं.

1. पपीते का प्रभाव हार्मोनल संतुलन पर

पपीता खाने से हार्मोनल संतुलन में सुधार हो सकता है. पपीते में एंजाइम पेपेन और विटामिन सी होते हैं जो हार्मोनल एक्टिविटीज को प्रभावित कर सकते हैं. इसके कारण मेंट्रुअल साइकिल को नियमित करने में मदद मिल सकती है, खासकर उन महिलाओं के लिए जिनके पीरियड्स अनियमित होते हैं.

2. एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव में पपीते की भूमिका

पपीता में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो पेट के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं. पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन और दर्द को कम करने के लिए पपीता का सेवन फायदेमंद हो सकता है.

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3. आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

आयुर्वेद के अनुसार, पपीता का सेवन महिला स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में सहायक होता है. पपीता की तासीर गर्म होती है और यह शरीर को साफ करने का काम करता है, जिससे पीरियड्स की प्रक्रिया में सुधार हो सकता है.

क्या पपीता से पीरियड्स आ सकते हैं?

हालांकि पपीता के सेवन से हार्मोनल संतुलन में सुधार हो सकता है और पीरियड्स के दर्द को कम किया जा सकता है, लेकिन इसका सीधा असर पीरियड्स आने पर नहीं होता. अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं या आप मासिक धर्म की समस्याओं का सामना कर रही हैं, तो पपीते का सेवन एक सहायक उपाय हो सकता है, लेकिन यह समाधान नहीं है.

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अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर करने के लिए आपको अपनी डाइट, लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा. अगर समस्या गंभीर है, तो डॉक्टर से सलाह लें.

पपीता खाने से पीरियड्स सीधे तौर पर नहीं आते, लेकिन यह आपके हार्मोनल संतुलन को सुधारने और पीरियड्स के दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है. इसके साथ ही एक हेल्दी लाइफस्टाइल भी जरूरी है. इसलिए पपीता को अपनी डाइट में शामिल करना एक अच्छा विचार हो सकता है, लेकिन इसे एकमात्र समाधान मानकर न चलें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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