स्क्रब टाइफस के लक्षण सामने आने में लगभग 10 से 12 दिन लग सकते हैं
Scrub Typhus Infection: ओडिशा में स्क्रब टाइफस संक्रमण (Scrub Typhus Infection) के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है, जो संक्रमित चिगर्स (लार्वा माइट्स) के काटने से फैलता है. स्क्रब टाइफस से ताजा मौत का मामला सुंदरगढ़ जिले से सामने आया है.
10 प्वाइंट में समझें, क्या है Scrub Typhus...
- स्क्रब टाइफस, जिसे बुश टाइफस (bush typhus) भी कहा जाता है, ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी (Orientia tsutsugamushi) नाम के बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है.
- स्क्रब टाइफस संक्रमित पिस्सुओं के काटने से लोगों में फैलता है. पिस्सू जानवरों का खून पीने वाला एक छोटा कीड़ा है,जो जानवरों या मनुष्यों की त्वचा पर भोजन करते हैं. जिसे कुत्तों, गाय-भैंसों, खरगोशों और गिलहरियों जैसे जानवरों के शरीर पर देखा जाता है.
- पिस्सु आमतौर पर घनी वनस्पति वाले गर्म, आर्द्र क्षेत्रों - जंगलों, झाड़ियों और घास के मैदानों में पाए जाते हैं.
- अपनी लेर्वल स्टेज में, ये कीड़े संक्रमण को चूहों, घुन और दूसरे छोटे जानवालों में प्रसारित करते हैं, जिससे यह इंसानों में पहुंचता है.
- संक्रमित घुन के काटने के बाद स्क्रब टाइफस के लक्षण सामने आने में लगभग 10 से 12 दिन लग सकते हैं. घुन के काटने वाली जगह पर लाल या गुलाबी रंग का घाव दिखाई देता है.
- रोग के आम लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, ठंड लगना, सूखी खांसी और शरीर में दर्द के साथ-साथ लिम्फ ग्लैंड्स में सूजन शामिल हैं. संक्रमण के एक हफ्ते बाद, त्वचा पर गुलाबी रंग के दाने उभर सकते हैं.
- बुखार आमतौर पर दो सप्ताह में कम हो जाता है, लेकिन तीन या चार सप्ताह तक भी रह सकता है.संक्रमण से दिल, फेफड़े और रक्त में असामान्यताएं हो सकती हैं, जिससे हृदय की कार्यप्रणाली ख़राब हो सकती है और रक्त संचार विफलता यानी ब्लड सर्कुलेटरी फेल्योर हो सकता है.
- उपचार में देरी से मौत भी हो सकती है. ELISA test के जरिए से संक्रमण का आसानी से डाइग्नोज किया जा सकता है.
- स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है. इसी वजह से संक्रमण के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा संभव तरीका संक्रमित लोगों और जानवरों से दूरी है.
- रोडेंट कंट्रोल, स्वच्छता, पालतू जानवरों को संभालते समय सावधानी बरतने और बाहर निकलते समय (खासतौर पर घासफूस या जंगली इलाकों में) खुली त्वचा पर घुन निरोधक लगाने से संक्रमण को रोका जा सकता है.
Advertisement
Advertisement
Advertisement
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
Featured Video Of The Day
CM Atishi का BJP पर निशाना, Bus Marshals की नियुक्ति पर क्या बोली?