रिलेशनशिप में 3 महीने का नियम क्या है और क्यों पॉपुलर हो रहा है? इसके पीछे का तर्क और फायदे-नुकसान जानिए

3 Months Relationship: डेटिंग में 3 महीने का नियम सहायक हो सकता है, जो आपको एक नए रिश्ते को समझने और उसका आकलन करने का समय देता है. हालांकि यह जरूरी है कि आप इसे केवल एक गाइडलाइनस के रूप में देखें और अपने रिश्ते के नेचुरल फ्लो को भी महत्व दें.

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3 Months Relationship Rule: डेटिंग की दुनिया में कई नियम और धारणाएं हैं जो लोगों को यह तय करने में मदद करती हैं कि वे कैसे और कब अपने रिश्ते को अगले लेवल पर ले जाएं. ऐसा ही एक लोकप्रिय नियम "3 महीने का नियम" है. यहां हम जानेंगे कि यह नियम क्या है, इसके पीछे के कारण क्या हैं और इसे अपनाने के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं.

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3 महीने का नियम क्या है? (What Is The 3 Month Rule?)

3 महीने का नियम एक ऐसा अप्रोच है जो कहता है कि किसी भी नए रिश्ते में आपको कम से कम 3 महीने इंतजार करना चाहिए इससे पहले कि आप उसे गंभीर मानें या किसी बड़े निर्णय पर आएं. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आप अपने साथी को अच्छे से जान सकें और यह समझ सकें कि यह रिश्ता आपके लिए सही है या नहीं.

आपको जो बातें जाननी चाहिए वह क्या हैं? (What Are The Things you Should Know)

  • 3 महीने का नियम 90 दिनों का ट्रायल पीरियड है, जिसमें एक जोड़ा यह देखने के लिए रिश्ते को “परखता” है कि क्या वे कम्पेटिबल हैं.
  • 90 दिनों के दौरान कपल एक-दूसरे की पसंद, नापसंद और संभावित रेड अलर्ट के बारे में सीखते हैं.
  • 3 महीने के अंत में कपल्स चर्चा करते हैं कि क्या वे लंबे रिलेशन में रहना चाहते हैं. अगर नहीं, तो वे बस अपने अलग-अलग रास्ते अपना लेते हैं.

नियम के पीछे का तर्क:

समय के साथ सच्चाई का पता चलता है: शुरुआती महीनों में लोग अक्सर अपने सबसे अच्छे रूप में होते हैं. वे अपने अच्छे पक्ष को दिखाने की कोशिश करते हैं और कई बार अपनी आदतों और व्यक्तित्व के नकारात्मक पक्षों को छिपा लेते हैं. 3 महीने का समय यह जानने के लिए पर्याप्त होता है कि आपके साथी का असली स्वभाव कैसा है.

फीलिंग्स की गहराई से जानकारी: शुरुआती आकर्षण और उत्तेजना के बाद 3 महीने का समय यह जांचने के लिए उपयोगी होता है कि आपकी भावनाएं कितनी गहरी और वास्तविक हैं.

सामंजस्य का आकलन: इस समय के दौरान आप अपने साथी के साथ कई कंडिशन में होंगे. यह आपको यह देखने का मौका देगा कि आप दोनों कितने कंपेटिव हैं और क्या आप एक दूसरे के साथ सहज महसूस करते हैं.

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3 महीने का नियम अपनाने के फायदे (Benefits of following the 3-month rule)

बेहतर निर्णय लेने की क्षमता: 3 महीने का समय आपको यह समझने का मौका देता है कि आप अपने साथी के साथ कितना खुश हैं और क्या वे आपके लॉन्ग टर्म पार्टनर बनने के योग्य हैं.

भावनात्मक सुरक्षा: यह नियम आपको भावनात्मक रूप से सुरक्षित रखने में मदद करता है क्योंकि आप बिना जल्दबाजी किए अपने निर्णय ले सकते हैं.

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सच्चाई का पता लगाना: यह नियम आपको यह समझने में मदद करता है कि आपका साथी वास्तव में कैसा है और क्या वे आपके जीवन के लिए सही हैं.

3 महीने का नियम अपनाने के नुकसान (Disadvantages of adopting the 3 month rule)

बहुत ज्यादा सोचने का खतरा: कुछ लोग 3 महीने के नियम को फॉलो करते हुए बहुत ज्यादा सोचने लगते हैं, जिससे वे रिश्ते का आनंद नहीं ले पाते.

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नेचुरल फ्लो में रुकावट: कभी-कभी रिश्ते को स्वाभाविक रूप से विकसित होने देना ही सबसे अच्छा होता है. नियमों को फॉलो करने से यह फ्लो बिगड़ सकता है.

अपवाद भी होते हैं: हर रिश्ता अलग होता है और कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं जो 3 महीने के भीतर ही बहुत मजबूत और स्थायी साबित होते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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