मेल इनफर्टिलिटी क्या है? डॉक्टर ने बताए इसके कारण, लक्षण और इलाज के बारे में सब कुछ, जानिए

Male Infertility: आज के समय में, जब दंपति को बच्चा नहीं हो रहा है, तो यह जरूरी है कि हम इसके लिए सिर्फ महिला को जिम्मेदार न ठहराएं. मेल इंफर्टीलिटी एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिसका इलाज समय रहते होना चाहिए.

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Male Infertility: करीब 50 प्रतिशत मामलों में मेल इंफर्टीलिटी का योगदान होता है.

What Is Male Infertility: हमारे समाज में अक्सर यह मान्यता है कि अगर किसी दंपति को बच्चा नहीं हो रहा है, तो इसका दोष महिला पर ही डाला जाता है. परिवार, रिश्तेदार या मित्र अक्सर महिला से ही सवाल करते हैं. यह सवाल अक्सर महिला को परेशान करता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह समस्या सिर्फ महिलाओं के साथ ही नहीं, बल्कि पुरुषों में भी हो सकती है? इस विषय पर चर्चा करना इसलिए जरूरी है, ताकि हम इस मिथ को तोड़ सकें कि अगर बच्चा नहीं हो रहा है, तो सिर्फ महिला ही जिम्मेदार है. मेल इंफर्टीलिटी के कारणों और इसके समाधान के बारे में हमने डॉक्टर राजीव सेठिया से बात की.

मेल इंफर्टीलिटी क्या है? कारण, लक्षण और उपाय

मेल इंफर्टीलिटी का मतलब है कि पुरुष के शरीर में कुछ ऐसा होता है, जिसके कारण वह महिला के एग से गर्भधारण कराने में असमर्थ रहता है. यह समस्या सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं रहती. यह कपल यानी मेल और फीमेल, दोनों पर असर डाल सकती है. आंकड़ों के मुताबिक, करीब 50 प्रतिशत मामलों में मेल इंफर्टीलिटी का योगदान होता है. इसका मतलब यह है कि जब एक कपल बच्चा नहीं होने से परेशान होते हैं, तो यह जरूरी नहीं कि सिर्फ महिला के शरीर में कोई समस्या हो, पुरुष में भी कोई समस्या हो सकती है.

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मेल इंफर्टीलिटी के कारण (Causes of Male Infertility)

1. स्पर्म प्रोडक्शन से संबंधित प्रॉब्लम्स

अगर पुरुष का शरीर सही तरीके से स्पर्म नहीं बना पा रहा है, तो इसे स्पर्म प्रोडक्शन की समस्या कहते हैं. इस समस्या के कारण, स्पर्म काउंट कम हो सकती है या उनमें गति (मोटिलिटी) कम हो सकती है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है.

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2. स्पर्म के काम (फंक्शन) में समस्या

कभी-कभी पुरुष का शरीर ठीक से स्पर्म प्रोडक्शन करता है, लेकिन वे एक्टिव नहीं होते या उनका काम ठीक से नहीं होता. इसका मतलब यह हो सकता है कि स्पर्म एग तक पहुंचने में कैपेबल नहीं होते हैं. इसके पीछे हार्मोनल इम्बैलेंस या जिनेटिक कारण हो सकते हैं.

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3. स्पर्म के ट्रांसपोर्टेशन में समस्या

कभी-कभी स्पर्म शरीर में ठीक से बनते हैं, लेकिन उनके शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचने में रुकावट आती है. यह स्थिति तब होती है जब स्पर्म से संबंधित कोई शारीरिक रुकावट होती है, जैसे कि अंडकोष में सूजन या ब्लॉकेज.

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मेल इंफर्टीलिटी के सामान्य कारण

उम्र का असर: जैसे-जैसे पुरुष की उम्र बढ़ती है, खासकर 40 साल के बाद, उसके शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जिससे स्पर्म प्रोडक्शन कम हो सकता है.

लाइफ स्टाइल से संबंधित प्रॉब्लम्स: धूम्रपान, शराब का सेवन और ड्रग्स का सेवन स्पर्म प्रोडक्शन पर नकारात्मक असर डालते हैं. ये आदतें पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं.

डिस्ऑर्डर और सर्जिकल प्रॉब्लम्स: वृषण-शिरापस्फीति(Varicocele), जिसमें अंडकोष के पास ब्लड वेसल्स सूज जाती हैं, स्पर्म के प्रोडक्शन और उनकी गति को प्रभावित कर सकती हैं.

हार्मोनल इम्बैलेंस: शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस भी स्पर्म के प्रोडक्शन और फंक्शन में दिक्कत पैदा कर सकता है.

शरीरिक समस्या: कभी-कभी अंडकोष का सही स्थान पर न होना (जैसे क्रिप्टोऑर्किडिज़्म) भी स्पर्म के प्रोडक्शन और उनके काम में रुकावट डाल सकता है.

मेल इंफर्टीलिटी के लक्षण (Symptoms of Male Infertility)

मेल इंफर्टीलिटी के स्पष्ट लक्षण अक्सर नहीं दिखाई देते. हालांकि, अगर एक साल तक नियमित रूप से कोशिश करने के बाद भी गर्भधारण नहीं होता, तो यह समय है डॉक्टर से जांच करवाने का. डॉक्टर आमतौर पर पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी और स्पर्म काउंट की जांच करते हैं.

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मेल इंफर्टीलिटी का इलाज (Treatment of Male Infertility)

मेल इंफर्टीलिटी का इलाज उसके कारणों के आधार पर होता है. अगर स्पर्म की संख्या या गुणवत्ता में कमी है, तो डॉक्टर विभिन्न उपचारों का सुझाव दे सकते हैं. इनमें लाइफ स्टाइल में बदलाव, हार्मोनल थेरेपी या सर्जरी जैसे उपाय शामिल हो सकते हैं. अगर ट्रीटमेंट से भी समस्या हल नहीं होती, तो आईवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) या आईसीएसआई (इंट्रासाइटोप्लास्मिक स्पर्म इंजेक्शन) जैसी तकनीकों का सहारा लिया जा सकता है.

Watch Video: Male Infertility क्या है? पुरुष बांझपन के लक्षण, कारण और इलाज, जानें सब कुछ

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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