Alopecia Areata & Hair Loss: बालों का झड़ना (Hair Fall) आम समस्या है, लेकिन अगर बाल बहुत ज्यादा झड़ते हैं तो ये चिंता का विषय है. सामान्य से अधिक बाल झड़ने (Hair Fall) को चिकित्सकीय भाषा में बाल खोरा या एलोपेसिया (Alopecia) कहते है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके बाल पैच (Alopecia Patches) में झड़ते हैं. ये कंडीशन तब विकसित होती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली बालों के रोम पर अटैक करती है. यह किसी भी लिंग और उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है. एलोपेसिया एरीटा (Alopecia Areata) में केवल सिर के बाल ही नहीं बल्कि भौहों, पलकों और चेहरे के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं. तो चलिए जानते है एलोपेसिया, क्यों होता है और इसका इलाज क्या है.
बाल खोरा क्या है या खोरा क्या होता है?
एलोपेसिया में प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस और बैक्टीरिया जैसे फॉरेन इनवेडर्स से निपटते समय गलती से आपके बालों के रोम पर हमला कर देती है. बालों के रोम वे संरचनाएं हैं जिनसे बाल उगते हैं. जब रोम छिद्र छोटे हो जाते हैं और बाल बनना बंद हो जाते हैं, तो इससे बाल झड़ने लगते हैं. अब जानते हैं एलोपेसिया क्यों होता है?
एलोपेसिया क्यों होता है?
शोधकर्ता इस स्थिति का सही कारण नहीं जानते है. हालांकि कुछ संभावित कारणों की पहचान की गई है, जिनमें जेनेटिक्स, हार्मोनल चेंज, कुछ मेडिकेशन और सप्लीमेंट है. इसके अलावा बहुत ज्यादा तनाव लेने के कारण भी यह बीमारी हो सकती है. अब जानते हैं कि बाल खोरा किसकी कमी से होता है?
एलोपेसिया किसकी कमी से होता है?
एलोपीसिया एरेटा या बाल खोरा एक ऑटोइम्यून बीमारी (Autoimmune Disease) है. ऑटोइम्यून रोग वो होते हैं, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम खुद शरीर की हेल्दी कोशिकाओं से ही लड़ना शुरू कर देता है. इसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर और सफेद रक्त कोशिकाएं, जो बीमारियों के खिलाफ लड़ती हैं, वे हेयर फॉलिक्स (Hair Follicles) पर ही हमला करने लगते हैं. यही वजह है कि ऐसे में बाल तेजी से गिरने लगते हैं. अब जानते हैं कि बाल खोरा कैसे ठीक होगा? एलोपेसिया का ट्रीटमेंट क्या है और बालों में कीड़ा लग जाए तो क्या करना चाहिए?
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एलोपेसिया कैसे ठीक होता है?
एलोपेसिया का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, लेकिन ऐसे उपचार हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं जो भविष्य में बालों के झड़ने को धीमा कर सकते हैं या बालों को अधिक तेज़ी से बढ़ने में मदद कर सकते हैं. माइल्ड पैची एलोपेसिया में स्टेरॉयड इंजेक्शन दिया जाता है. इस प्रोसेस को 1 से 2 महीने में दोहराया जाता है. इस समस्या से पीड़ित लोगों को कई बार कॉर्टिसोन टेबलेट दी जाती है. लेकिन, इसके साइड इफेक्ट भी होते है.
इसके अलावा लेजर और लाइट थेरेपी से इसका इलाज किया जाता है. कुछ नेचुरल ट्रीटमेंट भी किए जा सकते है. जैसे प्याज के रस को स्कैल्प पर लगाना, बेसन के साथ नारियल का दूध मिलाकर स्कैल्प पर लगाना और बालों की लैवेंडर के तेल से मालिश करना.