सप्लीमेंट्स की ओवरडोज़ किडनी, दिल और शरीर के इन अंगों को कर सकती है डैमेज, अपनी मर्जी से खा रहे हैं ये Supplements तो हो जाएं सावधान

Supplements Side Effects: सप्लीमेंट्स दिखने में सुरक्षित लगते हैं, लेकिन इनकी ओवरडोज़ किडनी, दिल और शरीर के कई सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है.

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Supplements Side Effects: अपनी मर्जी से खा रहे हैं ये सप्लीमेंट्स? हो जाएं सावधान!

आजकल हेल्थ और फिटनेस की दुनिया में सप्लीमेंट्स एक न खत्म होने वाला ट्रेंड बन चुके हैं. इंटरनेट पर थोड़ी-सी सर्च करो और आपको ढेरों विटामिन, मिनरल और हेल्थ बूस्टर दिख जाएंगे. कई लोग बिना डॉक्टर की सलाह के ही इन्हें खरीद लेते हैं. लेकिन बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर लोग यह मान लेते हैं कि सप्लीमेंट्स सिर्फ़ फायदे देते हैं और इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता. जबकि असलियत इससे बिल्कुल अलग है.

ज्यादा सप्लीमेंट्स लेने के साइड इफेक्ट्स- (Side Effects of Taking Too Much Supplements)

1. ज्यादा विटामिन D नुकसान पहुंचा सकता है-


विटामिन D को लोग अक्सर “सेफ सप्लीमेंट” मान लेते हैं, लेकिन इसकी ओवरडोज़ किडनी के लिए खतरनाक हो सकती है. अगर इसकी मात्रा 100 नैनोग्राम प्रति ml से ज्यादा हो जाए, तो शरीर में कैल्शियम बहुत तेजी से बढ़ने लगता है. इससे मांसपेशियों में दर्द, मूड स्विंग्स, किडनी स्टोन, पेट में तेज दर्द और गंभीर मामलों में हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है. इसलिए, विटामिन D तभी लें जब डॉक्टर इसकी जरूरत बताएं.

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2. ज्यादा कैल्शियम आर्टरीज़ को सख्त कर देता है-

कैल्शियम हड्डियों के लिए जरूरी है, लेकिन रोज़ 2,500 mg से ज्यादा कैल्शियम लेना बेहद नुकसानदायक है. कैल्शियम की ओवरडोज आपकी आर्टरीज़ को सख्त कर सकती है, जिससे दिल पर दबाव बढ़ता है और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. कैल्शियम सप्लीमेंट्स सबसे ज्यादा नुकसान तब करते हैं जब लोग उन्हें बिना जांच के, लंबे समय तक लेते रहते हैं.

3. मल्टीविटामिन से दूसरे न्यूट्रिएंट्स घट सकते हैं-

कई लोग सोचते हैं कि एक मल्टीविटामिन टैबलेट उनकी पूरी न्यूट्रिशन जरूरत पूरी कर देती है, जबकि शरीर सिर्फ विटामिनों से नहीं चलता. हर दिन काम करने के लिए शरीर को मिनरल्स, प्रोटीन, फैट, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर जैसी कई चीजों की जरूरत होती है. अगर कोई व्यक्ति सिर्फ़ मल्टीविटामिन लेकर डाइट को नजरअंदाज कर दे, तो शरीर में बाकी जरूरी मिनरल्स की कमी हो सकती है. यह कमी धीरे-धीरे शरीर के मुख्य अंगों—जैसे दिल, किडनी, और लिवर—पर असर डाल सकती है.

4. मैग्नीशियम-

मैग्नीशियम शरीर की मांसपेशियों और नर्व सिस्टम को सही तरीके से काम करने में मदद करता है, लेकिन इसकी ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा लेना फायदेमंद नहीं, बल्कि नुकसानदायक हो सकता है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनकी किडनी ठीक से काम नहीं करती. नॉर्मल कंडीशन में हमारी किडनी एक्स्ट्रा मैग्नीशियम को शरीर से बाहर निकाल देती है. लेकिन अगर किडनी कमजोर हो, तो यह मिनरल शरीर में जमा होने लगता है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को उलझन या मतली, ब्लड प्रेशर अचानक गिरना और गंभीर किडनी संबंधी दिक्कतें जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए मैग्नीशियम सप्लीमेंट की हाई डोज़ बिना डॉक्टर की सलाह के बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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