Diseases Caused by Pollution: आज के समय में प्रदूषण एक ऐसी समस्या बन चुकी है जो हर इंसान की सेहत पर असर डाल रही है. चाहे वह वायु प्रदूषण हो, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण या मिट्टी का प्रदूषण हर प्रकार का पॉल्यूशन हमारे शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रहा है. खासकर बड़े शहरों में रहने वाले लोग इस खतरे के ज्यादा करीब हैं. यहां हम जानेंगे कि पॉल्यूशन से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं और उनसे बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
पॉल्यूशन से होने वाली बड़ी बीमारियां (Major Diseases Caused by Pollution)
1. सांस की बीमारियां (Respiratory Diseases)
वायु प्रदूषण में मौजूद धूल, धुआं और हानिकारक गैसें जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं. इससे दमा (Asthma), ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) और क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) जैसी बीमारियां हो सकती हैं.
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2. हार्ट डिजीज (Heart Diseases)
प्रदूषित हवा में मौजूद सूक्ष्म कण (PM2.5) ब्लड फ्लो को प्रभावित करते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं. इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
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3. कैंसर का खतरा (Cancer Risk)
लंबे समय तक प्रदूषित वातावरण में रहने से शरीर में कैंसर कोशिकाएं विकसित हो सकती हैं. खासकर फेफड़ों का कैंसर वायु प्रदूषण से जुड़ा हुआ है.
4. त्वचा संबंधी समस्याएं (Skin Issues)
प्रदूषण से त्वचा पर एलर्जी, रैशेज, ड्रायनेस और एक्ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. धूल और रसायन त्वचा की नमी छीन लेते हैं.
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5. आंखों की जलन और संक्रमण (Eye Irritation)
धुएं और धूल से आंखों में जलन, लालिमा और इंफेक्शन हो सकता है. लंबे समय तक एक्सपोजर से आंखों की रोशनी भी प्रभावित हो सकती है.
पॉल्यूशन से बचाव के लिए जरूरी बातें:
1. मास्क पहनें और सही समय पर बाहर निकलें: जब भी AQI (Air Quality Index) ज्यादा हो, N95 मास्क पहनें और सुबह-शाम बाहर जाने से बचें. ये समय सबसे ज्यादा प्रदूषित होता है.
2. घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें: अगर आप शहर में रहते हैं, तो एयर प्यूरीफायर लगाना एक अच्छा विकल्प है. इससे घर की हवा साफ रहती है.
3. पौधे लगाएं और हरियाली बढ़ाएं: तुलसी, एलोवेरा, स्पाइडर प्लांट जैसे पौधे हवा को शुद्ध करते हैं। घर और आसपास हरियाली बढ़ाने से प्रदूषण कम होता है।
4. गाड़ियों का कम इस्तेमाल करें: पब्लिक ट्रांसपोर्ट, साइकल या पैदल चलने की आदत डालें. इससे वायु प्रदूषण कम होगा और सेहत भी सुधरेगी.
6. रेगुलर एक्सरसाइज और योग करें: प्राणायाम अनुलोम-विलोम जैसी योग क्रियाएं फेफड़ों को मजबूत करती हैं और शरीर को प्रदूषण से लड़ने में मदद करती हैं.
7. बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें: ये वर्ग प्रदूषण के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं. उन्हें बाहर कम निकालें और साफ वातावरण में रखें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)