Dal In High Uric Acid: आज के भागदौड़ भरे जमाने में लोगों की लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. इसके चलते सेहत में उतार-चढ़ाव भी देखा जा रहा है. रहन-सहन की दिक्कतों की वजह से कम उम्र में ही लोग गंभीर बीमारियों का शिकार बन रहे हैं. ऐसी बीमारियां आम होने लगीं हैं, लोगों ने पहले जिनका नाम तक नहीं सुना होगा. ऐसी ही परेशानियों में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली एक परेशानी है यूरिक एसिड का बढ़ना. यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होने लगती है.
क्या होता है यूरीक एसिड?
हमारे लिवर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट यूरिक एसिड किडनी से होते हुए पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है. इसके असंतुलन यानी सामान्य से ज्यादा होने पर किडनी फेलियर तक की नौबत आ जाती है. मौजूदा समय में बड़ी तादाद में लोग यूरिक एसिड बढ़ने से परेशान हैं. परेशानियों से बचने के लिए इसे कंट्रोल करने की जरूरत होती है. यूरोलॉजी के डॉक्टर्स के मुताबिक सेहतमंद खानपान और बेहतर लाइफस्टाइल से यूरिक एसिड को काफी हद तक काबू किया जा सकता है.
हाई यूरिक एसिड को कैसे करें कंट्रोल?
एक्सपर्ट के कहना है कि यूरिक एसिड बढ़ने की सबसे बड़ी वजहों में से एक ज्यादा मात्रा में हाई प्यूरीन और हाई प्रोटीन फूड्स का सेवन करना होता है. इसलिए यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए ऐसे फूड्स को खाने से बचना होता है. हाई प्यूरीन और हाई प्रोटीन फूड्स में दाल का नंबर सबसे आगे है. तो क्या यूरिक एसिड की दिक्कत होने पर दाल खाना छोड़ देना चाहिए? इसका जवाब है नहीं, बल्कि कुछ खास तरह की दाल खाने से परहेज करना चाहिए. आइए, जानते हैं कौन सी ऐसी दाल है जिन्हें यूरिक एसिड के मरीजों को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.
यूरिक एसिड बढ़ा तो प्यूरीन और प्रोटीन से भरे दालों को भूलकर भी नहीं खाएं (Avoid These Pulses To Lower Your Uric Acid Levels)
यूरिक एसिड और मसूर की दाल : अगर आप यूरिक एसिड के मरीज हैं तो प्यूरीन और प्रोटीन से भरे इन बालों को भूलकर भी नहीं खाएं. प्यूरिन युक्त इन दाल से यूरिक एसिड की आशंका कई गुना बढ़ जाती है.
यूरिक एसिड और काली उड़द की दाल : इसमें भी भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. यह यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसान पहुंचाने वाला हो सकता है.
यूरिक एसिड और मसूर की दाल : डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है, लेकिन अगर आप यूरिक एसिड के बढ़ने से परेशान हैं तो भूलकर भी मसूर की दाल को न खाएं.
यूरिक एसिड और राजमा : दलहन में काफी मशहूर राजमा में भी प्यूरीन और प्रोटीन पाया जाता है. इसलिए यह भी यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बेहद नुकसान पहुंचाने वाला है.
यूरिक एसिड और चने की दाल : इसमें मौजूद प्रोटीन आपकी हड्डियों को तो मजबूत बना सकते हैं, लेकिन अगर आप यूरिक एसिड से पीड़ित हैं तो यह दाल खाने पर आपके लिए बिल्कुल पाबंदी होनी चाहिए.
यूरिक एसिड में कौन सी दालें नहीं खानी चाहिए
यूरिक एसिड के मरीजों को डॉक्टर्स साफ तौर पर दालों का सेवन कम से कम करने की सलाह देते हैं. उड़द, मूंग, अरहर, सोयाबीन, लोबिया और चने की दालों को प्रोटीन से भरपूर माना जाता है. अगर आपका यूरिक एसिड हाई है तो इन दालों का सेवन न करें या कम से कम करें. नहीं तो यूरिक एसिड की समस्या बढ़ सकती है. इसके अलावा यूरिक एसिड पीड़ितों को छोले का सेवन भी कम से कम करने के लिए कहा जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)