World Rabies Day 2023: आज वर्ल्ड रेबीज डे पर जानिए इस घातक बीमारी के बारे में फैली 5 अफवाहों की सच्चाई

World Rabies Day: वर्ल्ड रेबीज डे मनाने का उद्देश्य सबसे घातक बीमारियों में से एक के बारे में जागरूकता पैदा करना और दुनिया भर में रोकथाम और नियंत्रण के तरीकों को बढ़ावा देने के लिए लोगों को एक साथ लाना है.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
World Rabies Day 2023: रेबीज एक जूनोसिस है, जानवरों का एक संक्रमण जो मनुष्यों में फैल सकता है.

World Rabies Day: 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है. इस बीमारी के बारे में कुछ मिथ और गलत धारणाएं हैं जिनके बारे में जागरूकता जरूरी है. रेबीज एक जूनोसिस है, जानवरों का एक संक्रमण जो मनुष्यों में फैल सकता है. यह एक वायरस (रबडोवायरस) के कारण होता है जो मानव शरीर में प्रवेश करने के बाद नर्व्स सेल्स के भीतर पनपना पसंद करता है. ह्यूमन नर्व्स सिस्टम में प्रवेश करने पर वायरस नर्व्स के जरिए ब्रेन में चला जाता है. एन्सेफेलोमाइलाइटिस (ब्रेन इंफेक्शन) के कारण संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. 

रेबीज के बारे में क्या अफवाह फैली है?

जानवरों के काटने से फैलता है: रेबीज के बारे में सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि यह केवल जानवरों के काटने से फैलता है. यह मानव शरीर पर खरोंच/नंगे घावों के जरिए से नहीं होता है. कुत्तों के अलावा, बिल्लियों, लोमड़ियों, बंदरों, गीदड़ों, नेवले और यहां तक कि शेरों में भी रेबीज फैल सकता है. मानव-से-मानव ट्रांसफर असामान्य नहीं है.

ये भी पढ़ें: इस सफेद सब्जी का जूस पीने से पिघलने लगती हैं पेट की चर्बी, ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल, मिलते हैं अनेक फायदे

कुत्ते के काटने के घाव को बंद करना: सबसे अच्छा तरीका यह है कि कुत्ते के काटने की चोट को घाव पर कोई दबाव डाले बिना नल के खुले पानी/साबुन के पानी से धोया जाए. साबुन का पानी, अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर लिक्विड, डेटॉल, सेवलॉन और आयोडीन-बेस्ड सॉल्युशन सभी विषाणुनाशक हैं और शरीर में वायरस के प्रवेश को रोकने में मदद करते हैं. रेबीज से बचाव के लिए रेबीज टीकाकरण के पूरे कोर्स के बाद घाव को धोना चाहिए. बिना मेडिकल हेल्प के घाव पर पट्टी न लगाएं या घाव को बंद न करें.

पहले से टीका लगाए गए व्यक्ति को रेबीज नहीं हो सकता: रेबीज के खिलाफ पहले से पूरी तरह से टीका लगाए गए व्यक्ति में कुत्ते के काटने के मामले में फिर से टीका लगवाना जरूरी है. हालांकि, पहले से टीका लगाए गए व्यक्ति में कम टीके की खुराक की जरूरत होती है.

ये भी पढ़ें: गुलाब जल में ये 2 चीजें मिलाकर गालों पर रगड़ लीजिए एक हफ्ते, निखार देख आपसे नजरें नहीं हटा पाएंगे लोग

Advertisement

टीकाकरण की लागत के बारे में गलत जानकारी: रेबीज के टीके देश भर के हर सरकारी अस्पताल में मुफ्त उपलब्ध हैं. पिछले कुछ सालों में टीकों की लागत में भारी कमी आई है और अब रेबीज वैक्सीन को पिज्जा से भी कम कीमत पर मिलने वाली ओवर-द-काउंटर दवा के रूप में भी जाना जाता है.

घर के अंदर और बाहर पालतू जानवरों को रेबीज का टीका लगाया जाना चाहिए: पूरे टीकाकरण के बाद समय-समय पर एनुअल बूस्टर डोज और पालतू जानवरों के लिए टीकाकरण कार्ड बनाए रखना चाहिए.

Advertisement

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Maharashtra Assembly Election के नतीजों से Uddhav Thackeray की Shivsena हैरान | NCP | BJP | Congress