कपड़े और बालों पर जमा हुआ थर्ड-हैंड स्मोक Skin Disease को ट्रिगर कर सकता है, एक अध्ययन में दावा

Third-hand Smoke: शोधकर्ताओं ने 22 से 45 साल की आयु के बीच हेल्दी धूम्रपान न करने वालों के एक समूह पर अध्ययन किया.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
अध्ययन में थर्ड-हैंड स्मोकिंग के हानिकारक प्रभावों का खुलासा किया गया.

Study: धूम्रपान के हानिकारक प्रभावों के बारे में कई अध्ययन हुए हैं और ये केवल डायरेक्ट स्मोकिंग के बारे में नहीं हैं. दुनियाभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी पासिंग स्मोकिंग के परिणामों के बारे में बताया है, लेकिन अब एक हालिया अध्ययन ने थर्ड हैंड स्मोक के परिणामों पर प्रकाश डाला है. थर्ड-हैंड स्मोक (THS) वह है जो बाहर निकलने वाले धुएं और सिगरेट की नोक से निकलने वाले धुएं से निकलता है जो पर्यावरण में प्रवेश करता है और कपड़े, बालों और कारों पर जमा हो सकता है. अध्ययन के अनुसार कपड़ों और अन्य जगहों पर धुएं के अवशेष सूजन से जुड़े बायोमार्कर को बढ़ा सकते हैं और त्वचा रोगों को जन्म दे सकते हैं. शोध eBioMedicine में प्रकाशित किया गया है.

टीएचएस के हानिकारक प्रभावों और इसमें शामिल जोखिमों को समझने के लिए लोगों के एक बहुत छोटे समूह सिर्फ 10 पर लेटेस्ट शोध किया गया है.

रात में बार-बार जाना पड़ता है पेशाब, तो इन गंभीर बीमारियों का हो सकता है संकेत, जानें 4 वजहें

Advertisement

"हमारे थर्ड हैंड स्मोकिंग के रिस्क बहुक कम थे, त्वचा में जलन पैदा नहीं करते थे और त्वचा रोग को प्रेरित करने की संभावना नहीं थी, फिर भी सूजन, सोरायसिस और अन्य त्वचा की स्थिति के अर्ली स्टेज एक्टिवेशन मार्कर्स को एलिवेट किया गया था," शोधकर्ताओं ने कहा.

सभी 10 टेस्ट सब्जेक्ट 22 से 45 की आयु के बीच हेल्दी स्मोकिंग न करने वाले थे और उन्हें तीन घंटे के लिए थर्ड हैंड स्मोक से प्रभावित कपड़े पहनने के लिए कहा गया था. अध्ययन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए, प्रत्येक विषय को ट्रेडमिल पर 15 मिनट बिताने के लिए कहा गया ताकि पसीने के माध्यम से धुएं के कणों को त्वचा के माध्यम से ऊपर उठाया जा सके.

Advertisement

अध्ययन के लिए जब 10 लोगों के ब्लड सैम्पल लिए, जिसमें एलिवेटेड बायोमार्कर दिखाया गया था जो डीएनए को ऑक्सीडेटिव क्षति का संकेत देता है. उन्होंने ब्लड प्रोटीन लेवल में भी बदलाव पाया. अध्ययन से पता चला कि ये परिवर्तन एक्सपोजर के 22 घंटे बाद तक बने रहे.

Advertisement

शरीर में मैग्नीशियम का लेवल कभी भी कम क्यों नहीं होना चाहिए? जानें 8 कारण कि कैसे बन सकता है खतरा

Advertisement

इसके विपरीत सभी 10 टेस्ट सब्जेक्ट ठीक थे जब उन्होंने एक अन्य टेस्ट सेशन में अभ्यास के लिए साफ कपड़े पहने थे.

अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि यह समझने के लिए और अधिक शोध की जरूरत है कि मनुष्य थर्ड हैंड स्मोक के संपर्क में कैसे प्रतिक्रिया करते हैं. अध्ययन में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के सेल बायोलॉजिस्ट प्र्यू टैलबोट के हवाले से कहा गया, "थर्ड-हैंड स्मोक एक्सपोजर के लिए मानव स्वास्थ्य प्रतिक्रियाओं के जागरूकता की सामान्य कमी है."

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
UNICEF की ताज़ा रिपोर्ट, भारत में डरा रही है बच्चों की घटती आबादी, 2050 तक रह जाएंगे इतने