Herbs For Thyroid: थायराइड हेल्थ को सुधारने के लिए कारगर हैं ये 7 जड़ी-बूटियां, डाइट में कर लें शामिल

न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा बताती हैं कि थायराइड से पीड़ित लोगों के लिए कौन सी जड़ी-बूटियां मददगार हो सकती हैं.

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अगर आप थायराइड समस्याओं का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें.

Herbs For Thyroid:  थायराइड हार्मोन को जड़ी-बूटियों से ठीक नहीं किया जा सकता है, हालांकि कुछ जड़ी-बूटियां थायराइड फंक्शन को बेहतर कर सकती हैं. थायरॉयड एक अंतःस्रावी ग्रंथि है जो थायराइड हार्मोन के सिंथेसिस को कंट्रोल करती है. थायराइड की समस्या से हार्मोन का असंतुलन हो सकता है जिसका प्रभाव शरीर पर पड़ सकता है. कुछ हर्बल सप्लिमेंट्स आपके थायरॉइड के काम करने के तरीके को बेहतर बनाने के लिए आपके शरीर के नेचुरल हार्मोन के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं. ध्यान रखें कि अगर आप उनका इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक प्रकार के थायराइड रोग पर हर्बल उपचार के प्रभाव सभी प्रकार के थायराइड रोग के लिए समान नहीं हो सकते हैं.

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न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा बताती हैं कि थायराइड से पीड़ित लोगों के लिए कौन सी जड़ी-बूटियां मददगार हो सकती हैं. वह लिखती हैं, "किसी व्यक्ति की डाइट में कुछ जड़ी-बूटियों को शामिल करने से थायराइड फंक्शन को सपोर्ट करने में मदद मिल सकती है." यहां हम कुछ हर्ब्स के बारे में बता रहे हैं जिन्हें थायराइड हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.

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जड़ी-बूटियां जो थायराइड हेल्थ में सुधार करती है | Herbs That Improve Thyroid Health 

1. अश्वगंधा

इसमें अल्कलॉइड, स्टेरायडल और सैपोनिन रसायन होते हैं जो सिस्टम में सक्रिय हार्मोनल के लिए जरूरी होते हैं. इन केमिकल कॉम्पोनेंट्स में T4 से T3 के कंवर्सन की सहायता से T4 हार्मोन बढ़ाना शामिल है.

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2. अदरक की जड़

अदरक लगातार हाइपोथायरायड के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है. इसके अलावा हाइपोथायरायड रोगियों में एफबीएस और लिपिड प्रोफाइल के वजन घटाने और रेगुलेशन के मामले में इसका लाभकारी प्रभाव हो सकता है.

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3. मोरिंगा

मोरिंगा ओलीफ़ेरा थायोसाइनेट के अलावा पॉलीफेनोल्स के कारण थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायरोनिन को कंट्रोल करता है और मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है.

4. काला जीरा

यह सूजन को कम करता है, टीएसएच और एंटी-टीपीओ एंटीबॉडी को कम करने में मदद करता है और टी3 को बढ़ाता है.

5. सेज

सेज में हाई रोसमारिनिक एसिड होता है. यह थायरॉयड उत्तेजक हार्मोन (TSH) रिसेप्टर पर इम्युनोग्लोबुलिन प्रभाव को रोकता है और यह टी3 के पेरिफेरल कन्वर्जन को भी कम करता है.

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6. मुलेठी

थायरॉयड ग्रंथि को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने में सहायता करता है और कोर्टिसोल के लो लेवल में मदद करता है. कोर्टिसोल पिट्यूटरी ग्रंथि से टीएसएच, थायरॉयड उत्तेजक हार्मोन के स्राव को रोक सकता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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