Yoga For Brain Health: आजकल की तेज-तर्रार जिदगी में मानसिक तनाव और कमजोर याद्दाश्त एक आम समस्या बन गई है. ऐसे में अपने दिमाग को तेज और चुस्त-दुरुस्त बनाए रखना जरूरी है. योग के माध्यम से न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है. योग के अनेक आसन हैं जो दिमाग को तेज करने और याद्दाश्त को सुधारने में मददगार साबित होते हैं. इनमें से एक प्रभावशाली योगासन है "शीर्षासन". यहां जानिए कैसे ये आसन दिमाग को तेज करने में बेहद फायदेमंद हो सकता है.
क्या है शीर्षासन?
शीर्षासन को "हेडस्टैंड" भी कहा जाता है. इस आसन को करने के लिए शरीर को उल्टा करके सिर के बल खड़ा होना पड़ता है. यह एक चुनौतीपूर्ण योगासन है, लेकिन इसके लाभ भी उतने ही बड़े हैं. शीर्षासन को सभी आसनों का राजा माना जाता है, क्योंकि यह न केवल शरीर की बल्कि ब्रेन की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है.
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शीर्षासन के मानसिक लाभ (Mental Benefits of Headstand)
ब्रेन ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: शीर्षासन करते समय सिर में ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे दिमाग को ज्यादा ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं. यह ब्रेन सेल्स को एनर्जी प्रदान करता है और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है.
याद्दाश्त और एकाग्रता में सुधार: रेगुलर शीर्षासन करने से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है और मानसिक स्पष्टता भी मिलती है. यह याद्दाश्त को तेज करने में मदद करता है और अध्ययन या काम के दौरान ध्यान भटकने से रोकता है.
तनाव और चिंता में कमी: यह आसन ब्रेन में सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे हैप्पी हार्मोन लेवल को बढ़ाता है, जिससे तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिलती है. इसका मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
मूड में सुधार: शीर्षासन से ब्रेन में एंडोर्फिन का स्राव होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करता है. यह मानसिक स्फूर्ति को बढ़ाने का एक प्राकृतिक तरीका है.
शीर्षासन करने का सही तरीका (correct Way To Do Shirshasana)
शीर्षासन करते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है, खासकर अगर आप नौसखिए हैं. इसे करने के लिए इस स्टेप्स को फॉलो करें:
तैयारी: सबसे पहले योग मैट पर अपने घुटनों के बल बैठें. अपने दोनों हाथों की अंगुलियों को इंटरलॉक करें और अपने सिर के ऊपरी भाग को जमीन पर रखें.
संतुलन बनाए रखना: धीरे-धीरे अपने पैरों को उठाएं और संतुलन बनाने की कोशिश करें. इस दौरान अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें.
उल्टा खड़ा होना: अपने पैरों को पूरी तरह से सीधा करें और शरीर को स्थिर रखें. ध्यान रखें कि आपका सारा भार सिर पर न पड़े, बल्कि बांहों और कंधों पर भी थोड़ा दबाव हो.
कुछ देर रुकें: इस अवस्था में कुछ सेकंड से लेकर 2-3 मिनट तक रुक सकते हैं, लेकिन शुरुआत में केवल 15-30 सेकंड तक ही इसे करें.
धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटें: शीर्षासन से वापस लौटते समय धीरे-धीरे अपने पैरों को नीचे लाएं और बालासन में जाकर कुछ देर आराम करें.
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सावधानियां:
- अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, गर्दन या रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्या है तो इस आसन को करने से बचें.
- गर्भवती महिलाओं को शीर्षासन नहीं करना चाहिए.
- किसी एक्सपर्ट से सलाह लें.
शीर्षासन न केवल शरीर को फ्लेक्सिबल और मजबूत बनाता है, बल्कि ब्रेन फंक्शनिंग में भी सुधार करता है. यह मेंट हेल्थ को कम करता है, एकाग्रता बढ़ाता है और याद्दाश्त को तेज करता है. नियमित एक्सरसाइज से इसके लाभ महसूस किए जा सकते हैं. अगर आप अपनी दिमागी क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं, तो शीर्षासन को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)