
Weight Loss: मोटापा आज के समय में दुनिया भर में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है. भारत में भी बढ़ते वजन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण मोटापे से संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं. यह केवल शरीर की बनावट को प्रभावित नहीं करता, बल्कि डायबिटीज, हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है. मोटापे के खिलाफ लड़ाई की जोरदार वकालत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने ‘मन की बात' कार्यक्रम में लोगों से भोजन में कम तेल का उपयोग करने की भी सलाह दी. पीएम मोदी ने हेल्दी लाइफ जीने के महत्व पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने मोटापे की बढ़ती समस्या पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए एक नेशनल लेवल का अभियान शुरू किया है. यह पहल उनकी फिट इंडिया मुहिम के साथ जुड़ी हुई है. इस अभियान के तहत 10 प्रमुख हस्तियों को नामित किया गया है, जो अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व से देशभर में जागरूकता फैलाने में मदद करेंगे.
भारत में मोटापे की स्थिति
भारत में पिछले कुछ सालों में मोटापा की समस्या तेजी से बढ़ी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 1990 से 2023 के बीच भारत में मोटापे की दर में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है. शहरी इलाकों में खासतौर से बच्चे और युवा तेजी से इस समस्या का शिकार हो रहे हैं. मुख्य कारणों में असंतुलित खानपान, फिजिकल एक्टिविटीज की कमी, तनाव और डिजिटल युग में बढ़ता निष्क्रिय जीवन शामिल हैं.
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नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (एनएफएचएस-5) के मुताबिक:
- 23 प्रतिशत महिलाएं और 22.1 प्रतिशत पुरुष ज्यादा वजन वाले हैं.
- 40 प्रतिशत महिलाएं और 12 प्रतिशत पुरुष मोटापे से ग्रस्त हैं.
- महिलाओं में पेट का मोटापा एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है.
- महिलाओं में हेल्थ बीएमआई होने के बावजूद भी ज्यादा पेट की चर्बी होती है.
साल दर साल बढ़ रहे मोटापे के आंकड़े
- साल 2022 तक, करीब 9.8 प्रतिशत महिलाएं और 5.4 प्रतिशत पुरुष मोटापे से ग्रस्त थे.
- साल 1990 में यह दर सिर्फ़ 1.2 प्रतिशत महिलाओं और 0.5 प्रतिशत पुरुषों के लिए थी.
मोटापे बढ़ने से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं (Health Problems Caused By Obesity)
मोटापा केवल शरीर की बनावट को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है, जिनमें शामिल हैं:
हार्ट डिजीज: वजन बढ़ने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है, जिससे हार्ट रिलेटेड बीमारियां हो सकती हैं.
डायबिटीज (टाइप-2): ज्यादा वजन वाले लोगों में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.
हाई ब्लड प्रेशर: मोटापा शरीर में एक्स्ट्रा स्ट्रेस डालता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है.
जोड़ों की समस्याएं: वजन बढ़ने से घुटनों और जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे गठिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
मानसिक स्वास्थ्य पर असर: मोटापा अक्सर आत्मविश्वास की कमी और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं का कारण बनता है.
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हर 8 में से एक व्यक्ति मोटापे से परेशान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बढ़ते मोटापे के मामलों पर गंभीर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि “आज हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान है” और इस समस्या को हल करने के लिए बिना देर किए प्रयास बढ़ाने होंगे. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हमें इसे अपने जीवन में उतारने की जरूरत है और हम सब मिलकर इसे खेल-खेल में बहुत प्रभावी रूप से कर सकते हैं
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बताया, कि मोटापा घटाने के लिए हम सभी को क्या करना चाहिए:
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)