क्या आप घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित हैं? एक टॉप न्यूरोलॉजिस्ट का कहना है कि ऐसा होने पर फिजिकल एक्टिविटी, जैसे- चलना, दौड़ना या कोई खेल खेलने आदि से बचें. एक्सरसाइज हेल्थ को बेहतर करने के लिए की जाती है, लेकिन यह घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस को और खराब कर सकती है. यह डिजनरेटिव ज्वॉइंट्स डिजीज है, इसमें घुटनों में पुराना दर्द और लिमिटेड ज्वॉइंट्स मूवमेंट होती है. यह आमतौर पर आर्टिकुलर कार्टिलेज के घिसने, टूटने तथा डैमेज होने की वजह से होता है.
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चलना, दौड़ना जैसी एक्टिविटीज से बचें:
हैदराबाद स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के डॉ. सुधीर कुमार ने जेएएमए नेटवर्क ओपन में प्रकाशित एक हालिया स्टडी के हवाले से बताया, "इस समस्या से पीड़ित लोगों को फिजिकल एक्टिविटी, जैसे- चलना, दौड़ना आदि से बचने को कहा है.
इसके बजाय, उन्होंने पीड़ित लोगों से साइकिल चलाने या तैराकी जैसी एक्टिविटी में शामिल होने को कहा है. उनका कहना है कि इससे घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है. स्टडी के लिए नीदरलैंड के यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर रॉटरडैम के शोधकर्ताओं ने 5 हजार 3 व्यक्तियों को शामिल किया. इनमें 2 हजार 804 महिलाएं शामिल थीं.
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मांसपेशियां कमजोर पर न करें वेट वाली एक्सरसाइज:
इसमें पता चला कि मीडियम या हाई लोअर अंग मसल मास इंडेक्स (एलएमआई) वाले लोगों में वजन वहन करने वाली एक्टिविटी घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस से जुड़ी नहीं थीं. सुधीर कुमार ने कहा कि जिन लोगों के निचले अंगों की मांसपेशियां कमजोर हैं, उन्हें नॉन-वेट वाली फिजिकल एक्टिविटी को प्राथमिकता देनी चाहिए.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)