Neuropathy Kya Hota Hai: नसों के कमजोर होने पर पैर और हाथ सुन्न होने लग जाते हैं. कुछ लोगों को झनझनाहट और जलन की समस्या भी होती है. न्यूरोपैथी की समस्या को घर की रसोई में मौजूद कुछ खाद्य पदार्थों की मदद से भी दूर किया जा सकता है. नीचे बताई गई चीजों को डाइट में शामिल करने से नसों को मजबूत बनाया जा सकता है. साथ ही न्यूरोपैथी से छुटकारा भी पाया जा सकता है. आइए सबसे पहले समझते हैं न्यूरोपैथी होने के कारण क्या हैं.
न्यूरोपैथी होने के कारण
- डायबिटीज के रोगियों को न्यूरोपैथी होने की संभावना अधिक होती है. इसलिए जो लोग डायबिटीज का शिकार हैं, अगर उन्हें नसों मे कमजोरी महसूस होती है तो इसे नजरअंदाज न करें.
- शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर भी नसों की सेहत पर असर पड़ता है और ये कमजोर होने लग जाती हैं.
- नसों पर दबाव या किसी चोट के कारण भी ये रोग हो सकता है.
- जो लोग अधिक अल्कोहल का सेवन करते हैं, उनको भी नसों से जुड़ा ये रोग हो सकती है.
नसों को कैसे बनाएं मजबूत
1.हल्दी
हल्ही का सेवन करने से नसों को मजबूत किया जा सकता है. हल्दी में कर्क्यूमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कि न्यूरोपैथी के दर्द को कम करने में सहायक माना जाता है. कई रिसर्च में ये बात साबित भी हो रखी है.
2. अदरक
अदरक में Anti Inflammatory प्रॉपर्टीज होती हैं, जो कि न्यूरोपैथी के दर्द को दूर करने में मदद करती हैं. नसों में कमजोरी होने पर अदरक का पानी पी लें.
3.अलसी के बीज
अलसी के बीज नसों की मरम्मत करने का काम करते हैं. इसके अंदर पाए जाने वाले तत्व नसों को पहुंचे नुकसान को कम कर सकते हैं. अलसी के बीज को भूनकर खाने से न्यूरोपैथी के दर्द से निजात मिल सकती है.
4. विटामिन बी12 युक्त चीजें
विटामिन बी12 की कमी के कारण ही नसें कमजोर होने लग जाती हैं. इसलिए अपनी डाइट में विटामिन बी12 युक्त आहार जरूर शामिल करें. मांस, मछली, डेयरी उत्पाद (दूध, पनीर और दही) और अंडे में विटामिन बी12 अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
5. मैग्नीशियम
शरीर के लिए मैग्नीशियम एक आवश्यक मिनरल है. ये नसों, मांसपेशियों का कार्य, तंत्रिका तंत्र और हड्डियों को सेहतमंद रखने का काम करता है. बादाम, काजू, कद्दू के बीज, ब्राउन राइस, क्विनोआ, केले, अवोकाडो और दूध, दही में ये अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)