सुबह की शुरूआत करें इन 7 हेल्दी ड्रिंक्स के साथ, Detox करने से लेकर स्किन चामकदार रखने तक में करेंगे हेल्प

आप इन सात आयुर्वेदिक ड्रिंक्स को ट्राई कर सकते हैं जो बॉडी को डिटॉक्स करने और चुस्त बनाए रखने में मदद करते हैं.

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सुबह उठने के बाद सबसे पहले गुनगुना पानी पीना चाहिए.

Morning drinks : सुबह की शुरुआत अगर आयुर्वेदिक और नैचुरल ड्रिंक से की जाए, तो यह न केवल शरीर को ऊर्जावान बनाती है बल्कि कई बीमारियों से बचाव भी करती है. ऐसे में आप इन सात आयुर्वेदिक ड्रिंक्स को ट्राई कर सकते हैं जो बॉडी को डिटॉक्स करने और चुस्त बनाए रखने में मदद करते हैं. तो आइए जानते हैं 7 मॉर्निंग ड्रिंक्स...

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गुनगुना पानी

सुबह उठने के बाद सबसे पहले गुनगुना पानी पीना चाहिए. यह शरीर से विषैले तत्वों (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है. यह साधारण सा उपाय पूरे दिन की पाचन क्रिया को सुचारू रखता है और त्वचा में भी निखार लाता है.

 नींबू और शहद पानी

दूसरा है नींबू और शहद वाला पानी, जो वजन घटाने में बेहद कारगर माना जाता है. यह शरीर में जमा फैट को कम करता है और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव करता है. इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और सर्दी-जुकाम से बचाव में सहायक होते हैं.

तुलसी पानी

सुबह तुलसी पानी का सेवन किया जा सकता है. तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं. यह अस्थमा, खांसी और सर्दी जैसी समस्याओं में राहत देता है तथा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

मेथी दाना पानी

चौथा ड्रिंक है मेथी दाना पानी. रातभर भीगे मेथी दानों का पानी सुबह खाली पेट पीने से डायबिटीज नियंत्रण में रहता है और पाचन क्रिया बेहतर होती है. मेथी शरीर में इंसुलिन के स्तर को संतुलित करती है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करती है.

एलोवेरा जूस

पांचवां है एलोवेरा जूस, जो त्वचा और बालों के लिए बेहद लाभदायक है. इसमें विटामिन, खनिज और एंजाइम होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं और प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाते हैं. यह जूस शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है और त्वचा में नमी बनाए रखता है.

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आंवला जूस

छठा आयुर्वेदिक पेय है आंवला जूस. इसे आयुर्वेद में अमृत फल कहा गया है क्योंकि इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, बालों को झड़ने से रोकता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है. नियमित सेवन से यह शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाए रखता है.

गिलोय का पानी 

इसके अलावा, गिलोय के पानी का सेवन शरीर को अनेक रोगों से बचाने में सहायक होता है. गिलोय को अमृता कहा जाता है क्योंकि यह शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत कर संक्रमण से रक्षा करता है और थकान को दूर करता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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