घरेलू नुस्खा : राजस्थान के देसी तरीके से घर पर मक्खन जैसा गाढ़ा दही जमेगा, एकदम आसान है तरीका

मिट्टी में जो खनिज पदार्थ होते हैं, वो भी दही में मिल जाते हैं, जिससे उसकी पौष्टिकता और बढ़ जाती है. इसमें जो अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक) होते हैं, वो हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं और हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं.

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सिर्फ स्वाद ही नहीं, ये मटके वाला दही सेहत का भी चैंपियन है.

Dahi kaise jamayen : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी पुरानी चीजों को भूलते जा रहे हैं, लेकिन राजस्थान के गांवों में आज भी ये परंपरा जिंदा है. शहरों में भले ही हम स्टील या प्लास्टिक के बर्तनों में दही जमाते हों, लेकिन यकीन मानिए, मिट्टी के मटके वाला दही स्वाद में भी लाजवाब होता है और सेहत के लिए तो कमाल ही है. आज भी अगर आप राजस्थान के किसी गांव में जाएंगे, तो आपको घरों में मटके में दही जमता हुआ दिख जाएगा. ये सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि सेहत का एक अनोखा राज है. ये दही न सिर्फ गर्मी में शरीर को ठंडक देता है, बल्कि हमारे पेट को भी दुरुस्त रखता है.

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बस दूध को चूल्हे पर थोड़ा गर्म करो, फिर ठंडा होने दो. जब दूध हल्का गुनगुना रह जाए, तो उसमें एक चम्मच दही या छाछ डाल दो. मटके को अच्छे से ढककर रातभर बिना छेड़े छोड़ दो. सुबह उठो, तो गाढ़ा, मलाईदार और स्वादिष्ट दही तैयार मिलेगा.

इसका राज क्या है, जानते हैं? दरअसल, मिट्टी का मटका दूध की नमी और तापमान को सही बनाए रखता है, जिससे दही एकदम गाढ़ा जमता है. स्टील या प्लास्टिक के बर्तनों में ये बात नहीं होती. तभी तो बड़े-बड़े रेस्टोरेंट और होटलों में भी आज तक इसी तरीके से दही जमाया जाता है.

मटके वाला दही सेहत के लिए भी फायदेमंद

मटके में जमे दही में कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे जरूरी पोषक तत्व खूब सारे होते हैं. मिट्टी की खासियत ये भी है कि ये दही के खट्टेपन को कम करती है, जिससे दही ज्यादा देर तक ताजा रहता है. ये दही सिर्फ पेट को ठंडक ही नहीं देता, बल्कि आपको अंदर से एनर्जी भी देता है.

मिट्टी में जो खनिज पदार्थ होते हैं, वो भी दही में मिल जाते हैं, जिससे उसकी पौष्टिकता और बढ़ जाती है. इसमें जो अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक) होते हैं, वो हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं और हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं. गैस, एसिडिटी और पेट की कई परेशानियां इस दही को खाने से दूर हो जाती हैं. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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