Live-In Relationship: लिव इन रिलेशनशिप के हैं अपने फायदे और नुकसान, मानसिक सेहत पर पड़ सकता है असर, जान लें ये जरूरी बातें

Disadvantages Of Live-In Relationships: शादी से पहले अपने पार्टनर के साथ कुछ दिन रह कर ट्रायल पीरियड तो गुजारा जा सकता है. लेकिन इस रिलेशनशिप का कुछ फायदा है तो कुछ नुकसान भी है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
लिव इन रिलेशनशिप के फायदे और नुकसान | Pros And Cons Of Live In Relationship

Live In Relationship: पिछले कुछ सालों में बड़े शहरों में लिव इन रिलेशनशिप (Live In Relationship) का चलन तेजी से बढ़ा है. हाई क्लास में तो खैर ये पुरानी बात थी. अब मिडिल क्लास के कुछ युवा भी इस तरीके को अपना रहे हैं. ये बात उनके घरों तक या शहरों तक न पहुंचे. इसकी फिक्र भी करते हैं. इसके अलावा ये भी आजमाते हैं कि जिसे वो पसंद हैं या जिसे वो पसंद करते हैं उनके साथ जिंदगी बिता सकेंगे या नहीं. लेकिन ऐसे युवा ये नहीं जानते कि लिव इन रिलेशनशिप  (Relationship) का ये ट्रायल पीरियड मेंटली और फिजिकली दोनों तरह से असर डालता है, आपको बताते हैं मानसिक सेहत पर क्या हैं लिव इन रिलेशनशिप के फायदे और नुकसान.

लिव इन रिलेशनशिप के फायदे और नुकसान | Pros And Cons Of Live In Relationship

इन हालात में हो सकता है मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद | Advantages of a Live-In Relationship

  • इसका पहला फायदा तो वही मकसद है जिसकी खातिर लिव इन रिलेशनशिप आजमाई जाती है. इस तरह रह कर अपने पार्टनर को समझना उसके मुताबिक ढलना आसान हो जाता है. किसी रिलेशनशिप में स्थाई रूप से जाकर घुटने की जगह इस रिलेशनशिप से ये जाना जा सकता है कि दो लोग आपस में किस हद तक एडजस्ट करके खुश रह सकेंगे.
  • ये रिश्ता आपके खर्चे भी कम करता है. आप जिसके साथ रहना चाहते हैं उसके साथ डेट पर जाएं मिलने जुलने का खर्च, आने जाने, खाने पीने का खर्च, सब कुछ साथ रहने से बच जाता है.
  • इस रिलेशनशिप में रह कर या तो दो लोगों की बॉन्ड बहुत मजबूत हो जाती है या फिर उन्हें ये समझ आ जाता है कि वो साथ रह सकते हैं या नहीं. इसके बाद सेपरेट होना आसान होता है.

मूर्ख लोगों की पहचान मानी जाती हैं ये 5 आदतें, आपके आसपास किसी में हैं तो नहीं!

इन हालात में हो सकता है मेंटल हेल्थ के लिए नुकसानदायक | Disadvantages Of Live-In Relationships

  • इसका सबसे पहला नुकसान यही है कि साथ रहने से रिलेशनशिप का हनीमून पीरियड ओवर हो जाता है और सारा दिमाग एक दूसरे को समझने में और खुद को समझाने में लगा रहता है.
  • सामाजिक प्रेशर भी बहुत ज्यादा होता है. अपने रिश्तेदारों के अलावा आसपास वालों की सवालिया नजरों को भी झेलना पड़ता है. ये प्रेशर भी रिलेशनशिप पर असर डालता है.
  • एक अलग किस्म की इनसिक्योरिटी हमेशा बनी रहती है कि रिश्ता चलेगा या नहीं. ये इनसिक्योरिटी भी स्ट्रेस बढ़ाती है.
  • सबसे बड़ा नुकसान जो आपको मानसिक स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है वह यह कि कई बार कमिटमेंट के लिए एक पार्टनर तैयार होता है और दूसरा नहीं. ऐसे में भावनात्मक रूप से बहुत कुछ निवेश करने के बाद जब आपको खाली हाथ लौटना पड़े या निराशा हाथ लगे तो कई बार इस तरह के रिश्ते डिप्रशन और अवसाद का कारण बन जाते.

Is Flaxseed Good for Health? | Benefits of Eating Flaxseeds Daily | अलसी खाने के फायदे, हड्डियों लिए

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Champions Trophy 2025 Update: भारत किस देश में खेलेगा चैंपियंस ट्रॉफी, PCB ने लिया फैसला