How to increase child height : हर पेरेंट चाहता है कि उनका बच्चा लंबा, स्वस्थ और स्मार्ट हो. अक्सर हम देखते हैं कि कुछ बच्चे अपनी उम्र के हिसाब से छोटे रह जाते हैं, जिससे पेरेंट्स को चिंता होने लगती है. अगर आप भी अपने बच्चे की हाइट को लेकर परेशान हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि कुछ ऐसे आसान और नैचुरल तरीके हैं, जिनसे आप अपने बच्चे की हाइट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. इसमें कोई जादू नहीं है, बस थोड़ा ध्यान और सही रूटीन अपनाने की जरूरत है. तो चलिए, जानते हैं इन तरीकों के बारे में.
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पौष्टिक खाना है सबसे जरूरी - Healthy Diet is Key
बच्चे की हाइट का सीधा कनेक्शन उसके खाने से होता है. उन्हें सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि सही पोषण के लिए खाना खिलाएं. अंडे, दूध, पनीर, दालें, सोयाबीन, चिकन – ये सभी प्रोटीन के अच्छे सोर्स हैं. प्रोटीन हड्डियों और मसल्स को बनाने में मदद करता है. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली कैल्शियम भी खिला सकते हैं.
वहीं, धूप से विटामिन D मिलता है, जो कैल्शियम को शरीर में सोखने में मदद करता है. सुबह की हल्की धूप बच्चों के लिए बहुत अच्छी होती है. इसके अलावा, दूध और फोर्टिफाइड अनाज में भी विटामिन D होता है. कद्दू के बीज, नट्स, दालें जिंक के अच्छे सोर्स हैं. जिंक भी बच्चे की ग्रोथ के लिए जरूरी है.
बच्चों को हर तरह के फल और सब्जियां खिलाएं. इनमें विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो उनकी पूरी ग्रोथ में हेल्प करते हैं.
जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और बहुत ज्यादा चीनी वाले खाने से बच्चों को दूर रखें. ये उनकी ग्रोथ को रोक सकते हैं.
भरपूर नींद है ग्रोथ का सीक्रेट - Sound Sleep for Growth
आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन सोते समय ही बच्चों की हाइट बढ़ती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रोथ हार्मोन सबसे ज्यादा नींद के दौरान ही बनते हैं.
बच्चों को रात में जल्दी सुलाने की आदत डालें. छोटे बच्चों को 10-14 घंटे, स्कूल जाने वाले बच्चों को 9-11 घंटे और टीनएजर्स को 8-10 घंटे की नींद जरूरी है.
खेलकूद और एक्सरसाइज है हाइट बढ़ाने का मंत्र - Play & Exercise are Height Boosters
आजकल बच्चे मोबाइल और टीवी पर ज्यादा टाइम बिताते हैं, जिससे उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है. लेकिन हाइट बढ़ाने के लिए खेलना-कूदना बहुत जरूरी है.
कूदना (रस्सी कूदना), बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, साइकिलिंग, स्विमिंग ऐसे खेल हैं जिनमें शरीर स्ट्रेच होता है, जिससे हड्डियों और रीढ़ की हड्डी पर पॉजिटिव असर पड़ता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)