Home Remedies For Better Vision: आज के समय में आंखों की कमजोरी बहुत आम हो गई है. मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल से आंखें जल्दी थक जाती हैं और कम उम्र में ही चश्मा लगने लगता है. बहुत से लोग आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय तलाशते हैं और नजर तेज करने के लिए नेचुरल तरीके अपनाना चाहते हैं. जिन लोगों का चश्मा लगा हुआ है वे चश्मा कैसे हटाएं जैसे सवाल करते हैं. ऐसे में सही खानपान और कुछ देसी उपाय आंखों की सेहत को संभालने में मदद कर सकते हैं. इन्हीं में से एक है गाजर–चुकंदर–आंवला का देसी जूस, जो आंखों को जरूरी पोषण देता है और नजर को बेहतर बनाए रखने में सहायक माना जाता है.
आंखों की रोशनी के लिए कौन सा है ये देसी जूस पिएं? | Which of These Homemade Juices Should You Drink For Better Eyesight?
यह जूस तीन ताकतवर देसी चीजों से बनता है गाजर, चुकंदर और आंवला. इनका कॉम्बिनेशन आंखों के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है.
1. गाजर: नजर का सबसे भरोसेमंद साथी
गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है, जो शरीर में जाकर विटामिन A बनता है. विटामिन A आंखों की रोशनी, रेटिना की सेहत और नाइट विज़न के लिए जरूरी है. नियमित सेवन से आंखों की सूखापन और थकान कम हो सकती है.
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2. चुकंदर: आंखों तक बेहतर ब्लड फ्लो
चुकंदर खून को साफ करने में मदद करता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व आंखों तक ऑक्सीजन और पोषण पहुंचाने में सहायक होते हैं. आंखों के नीचे काले घेरे और भारीपन कम करने में भी मदद मिल सकती है.
3. आंवला: थकान घटाए, इम्यूनिटी बढ़ाए
आंवला विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है. यह आंखों की कोशिकाओं को फ्री-रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है. स्क्रीन देखने से होने वाली जलन और भारीपन में राहत मिल सकती है.
जूस बनाने का सही तरीका:
- 1 मध्यम गाजर
- 1 छोटा चुकंदर
- 1 ताजा आंवला
- आधा गिलास पानी
सबको धोकर छोटे टुकड़ों में काटें और मिक्सर में पीस लें. छानने की बजाय बिना छाने पीना बेहतर है, ताकि फाइबर भी मिले. स्वाद के लिए 2–3 बूंद नींबू डाल सकते हैं.
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आंखों के लिए कैसे करता है काम?
- आंखों की मांसपेशियों को पोषण मिलता है, जिससे फोकस और स्टैमिना बेहतर रहता है.
- लंबे समय तक स्क्रीन देखने वालों में होने वाली ड्राई आई और जलन कम हो सकती है.
- आंखों की कोशिकाओं को जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, जो उम्र के असर को धीमा करने में मदद करते हैं.
पूरे शरीर को भी मिलते हैं बड़े फायदे:
- खून की कमी में सहायक
- पाचन तंत्र मजबूत करता है
- त्वचा को नेचुरल ग्लो देता है
- सुबह की थकान दूर कर एनर्जी बढ़ाता है.
कब और कितनी मात्रा में पिएं?
- सुबह खाली पेट पीना सबसे बेहतर माना जाता है.
- हफ्ते में 4–5 दिन काफी हैं.
- एक बार में 1 गिलास पर्याप्त है.
- जूस पीने के तुरंत बाद चाय-कॉफी न लें.
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सिर्फ जूस काफी नहीं ये आदतें भी जरूरी
- हर 20 मिनट में स्क्रीन से ब्रेक लें (20-20-20 नियम अपनाएं).
- आंखों की हल्की एक्सरसाइज और पलक झपकाने की आदत डालें.
- 7–8 घंटे की पूरी नींद लें.
- आंखों में लगातार दर्द, धुंधलापन या सिरदर्द हो तो नेत्र विशेषज्ञ से जांच कराएं.
यह देसी जूस कोई जादू नहीं, लेकिन सही आदतों के साथ मिलकर आंखों की सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकता है. अगर आप नजर की कमजोरी को बढ़ने से रोकना चाहते हैं और चश्मे की जरूरत को टालना चाहते हैं, तो इस जूस को अपने रूटीन में जरूर शामिल करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














