ENO Major Side Effects: आजकल एसिडिटी, गैस और सीने में जलन की समस्या इतनी आम हो गई है कि लोग बिना सोचे-समझे झटपट राहत के लिए ENO का सहारा लेने लगे हैं. पेट में जलन हुई नहीं कि पानी में ENO घोलकर पी लिया. कुछ ही मिनटों में आराम मिल जाता है, इसलिए कई लोगों ने इसे रोज की आदत बना लिया है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि रोज-रोज ENO पीना वाकई सुरक्षित है या नहीं?
इसी सवाल पर एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉक्टर अमित मिगलानी ने अहम जानकारी दी है. उनका कहना है कि ENO जैसी सोडा-बेस्ड दवाएं तात्कालिक राहत तो देती हैं, लेकिन इन्हें रोज पीना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
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ENO क्या है और यह कैसे काम करता है?
ENO एक तरह का एंटासिड है, जिसमें सोडियम बाइकार्बोनेट जैसे तत्व होते हैं. जब इसे पानी में मिलाकर पिया जाता है, तो यह पेट में मौजूद एसिड को कुछ समय के लिए न्यूट्रल कर देता है. इसी वजह से सीने की जलन, खट्टी डकार और गैस में तुरंत आराम मिल जाता है. लेकिन, यह राहत अस्थायी होती है, स्थायी इलाज नहीं।
रोज ENO पीने से क्या नुकसान हो सकता है? | What Are Potential Harms of Drinking ENO Every Day?
डॉ. अमित मिगलानी के अनुसार, एसिडिटी होने पर ENO को रोज-रोज लेना सही नहीं है. इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं.
1. एसिडिटी की आदत बन जाना
जब आप बार-बार ENO लेते हैं, तो शरीर इसकी आदत डाल लेता है. इससे पेट प्राकृतिक तरीके से एसिड को बैलेंस करना भूल सकता है और बिना ENO के ज्यादा जलन होने लगती है.
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2. सोडियम की मात्रा बढ़ना
ENO में सोडियम होता है. रोज सेवन करने से शरीर में सोडियम बढ़ सकता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, सूजन और दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.
3. असली बीमारी छुप जाना
बार-बार एसिडिटी होना किसी गंभीर समस्या जैसे गैस्ट्राइटिस, अल्सर या GERD का संकेत हो सकता है. ENO पीने से लक्षण दब जाते हैं, लेकिन बीमारी बढ़ती रहती है.
4. किडनी और पेट पर असर
लंबे समय तक सोडा-बेस्ड एंटासिड लेने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है और पाचन तंत्र भी कमजोर हो सकता है. इसलिए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.
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एसिडिटी से बचने के सही तरीके | Right Ways to Avoid Acidity
कई लोग हार्ट बर्न, एसिडिटी और पेट की गैस से परेशान होते हैं. एसिडिटी से बचने के लिए अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है.
- खाली पेट चाय-कॉफी न पिएं.
- बहुत तला-भुना और मसालेदार खाना कम करें.
- खाने के तुरंत बाद लेटना न करें.
- देर रात खाना खाने से बचें.
- तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें.
ENO कभी-कभार लेने में कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन इसे रोज की आदत बनाना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. जैसा कि डॉक्टर अमित मिगलानी ने बताया, ENO समस्या को जड़ से खत्म नहीं करता, सिर्फ कुछ समय के लिए दबा देता है.
यह लेख डॉ. अमित मिगलानी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, हेपेटोलॉजिस्ट (लिवर विशेषज्ञ) AIMS फरिदाबाद, से बातचीत पर आधारित है)
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














