साल 2024 में अब महज लगभग एक सप्ताह का समय शेष बचा है. यह साल हमेशा कैंसर जैसी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण माना जाएगा. एक तरफ तो साल खत्म होने के महज चंद दिन पहले रूस ने कैंसर वैक्सीन बनाने का दावा किया है. यदि यह दावा सही है तो रूस की यह एमआरएनए आधारित वैक्सीन चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला देगी. दूसरी तरफ इस साल जून में भारत सरकार ने 54 दवाओं और 8 स्पेशल दवाओं के दाम कम किए.
इसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद पेश हुए पूर्ण वित्तीय बजट में आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए पेनकिलर से लेकर एंटीबायोटिक्स समेत 70 जरूरी दवाओं के दाम को कम किए गए.
जून में सरकार ने कई जरूरी दवाओं के दाम घटाए थे. एनपीपीए की 124वीं बैठक में 54 सामान्य दवाओं और 8 विशेष दवाओं के दाम कम किए गए थे. इस समय भी एंटीबायोटिक, मल्टी विटामिन, डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी दवाओं के दाम घटाए गए थे और इसके साथ ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं भी सस्ती की गई थीं.
इसके बाद नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) की अगस्त महीने में पूर्ण बजट के बाद हुई बैठक में कई और महत्वपूर्ण दवाओं के दाम घटाने का निर्णय लिया गया था. एनपीपीए देश में बिकने वाली उन जरूरी दवाओं के दाम को नियंत्रित करती है, जो विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए आमतौर पर उपयोग की जाती है. इस बैठक में 70 सामान्य दवाओं और 4 विशेष दवाओं के दाम घटाने का निर्णय लिया गया था.
एनपीपीए ने जिन 70 दवाओं के दाम घटाने का निर्णय लिया, उनमें पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, बुखार, इन्फेक्शन, डायरिया, मांसपेशियों के दर्द, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट सहित कई लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं शामिल थी. इसके अलावा, 4 स्पेशल फॉर्मूलेशन वाली दवाओं के दाम भी घटाए गए थे.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)