बेटी ही नहीं बेटे को भी बुरी संगत से बचाना है जरूरी, बच्चों को कैसे सिखाएं सही और सच्चे दोस्त चुनना, ऐसे करें बच्चों को दोस्त बनाने में मदद

How to make friends: घर और स्कूल के अलावा बच्चे अपने दोस्तों से भी काफी कुछ सीखते हैं, इसलिए उनकी दोस्ती पर भी नजर रखना काफी जरूरी होता है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Helping your child choose good friends : इन टिप्स की मदद से बच्चों को सिखा सकते हैं अच्छे दोस्त कैसे चुनें

Teach your kids to make friends: बच्चों को हर अच्छी चीज सिखाना पेरेंट्स (Parents) की जिम्मेदारी होती है. इसके अलावा ये भी देखना होता है कि बच्चे किससे दोस्ती कर रहे हैं और किसके साथ ज्यादा रहते हैं. घर और स्कूल के अलावा बच्चे अपने दोस्तों से भी काफी कुछ सीखते हैं, इसलिए उनकी दोस्तों (Friends) पर भी नजर रखना काफी जरूरी होता है. इसके लिए आपको काफी सूझ-बूझ से काम करना होता है, आपको अपने बच्चों को सिखाना होता है कि वो कैसी संगत में रहें और क्या उनके लिए ठीक नहीं है.

इसे भी पढ़ें : बड़े होकर जबरदस्त कमाई करते हैं ये बच्चे, मां-बाप को भी कर देते हैं मालामाल, स्टडी में दावा, बस परेरेंट्स में होनी चाहिए ये आदत!

बच्चों को दोस्त चुनना सिखाने के तरीके | बच्चों को बुरी संगत से बचाने के उपाय | बच्चों को गलत संगत से कैसे बचाएं | Tips To Keep Your Child Away From Bad Company in Hindi | Ways to teach your kids to choose friends wisely

बच्चों को चुनने दें दोस्त 

अक्सर देखा जाता है कि पेरेंट्स जबरदस्ती बच्चों को किसी दूसरे बच्चे से दोस्ती करवाते हैं, साथ ही कहते हैं कि ऐसे ही दोस्त बनाओ, हालांकि ऐसा करना कई बार गलत भी साबित हो सकता है. सबसे बेहतर रहेगा कि आप बच्चे को अपने विवेक से अपने दोस्त चुनना सिखाएं. भले ही इसमें वो एक या दो बार गलती कर सकते हैं, लेकिन भविष्य के लिए वो एक बेहतर फ्रेंड सर्कल बनाने में कामयाब होंगे. आपके लिए ऐसी छूट देना मुश्किल जरूर हो सकता है, लेकिन आने वाले समय में आपको इसके असली मायने समझ आएंगे.

Advertisement

वैल्यू करना सिखाएं

बच्चों को सबसे पहले फैमिली से लेकर दोस्तों और बाकी चीजों की वैल्यू सिखाना जरूरी है. इनमें से ज्यादातर चीजें वो अपने घर पर ही सीखते हैं. आप परिवार में कैसे रहते हैं, इसका असर उन पर पड़ता है. अपने बच्चों से उन चीजों पर बात करें, जिन्हें आप महत्व देते हैं. इससे उन्हें समझने में मदद मिलेगी और वो दूसरों में भी वही चीजें देखेंगे. दोस्त बनाते हुए भी उन्हें इन बातों का ख्याल रहेगा.

Advertisement

इसे भी पढ़ें :  सावधान! अपने बच्चे की आदतों पर दें ध्यान, बच्चों में दिखने वाले ये आम से लक्षण हो सकते हैं खतरनाक बीमारी के निशान, जीवन भर के लिए जकड़ सकती है ये बीमारी

Advertisement

अपना अनुभव करें साझा

बच्चों के साथ अपना अनुभव जरूर शेयर करें, क्योंकि आपने जिंदगी के हर मोड़ और पहलू को अच्छी तरह से देखा है, ऐसे में ये उनकी मदद कर सकता है. अपने दोस्तों के साथ हुए तमाम अच्छे और बुरे अनुभवों को उन्हें बताएं. इससे वो बुरे दोस्त चुनने से बच जाएंगे.

Advertisement

इसे भी पढ़ें : इन वजहों से होती हैं कपल के बीच फाइट, कम Emotional Support की बनते हैं वजह, जान लें और फिक्स कर लें अपने रिश्ते की प्रॉब्लम्स

सभी से बात करने की छूट

बच्चों को कभी भी ये नहीं कहें कि वो किससे बात करेंगे और किससे नहीं... उन्हें सभी से बात करने की छूट दें, इससे उन्हें ये जानने में मदद मिलेगी कि उनके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है. वो दोनों ही चीजों को पहचानने में सक्षम होंगे.

कभी भी बच्चे पर कुछ थोपना गलत है, ऐसे में उसे चुनने की आजादी दें कि अपनी बुद्धिमानी से वो कैसे अच्छे दोस्त चुन सकते हैं. जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती जाएगी, उसे समझ आने लगेगा कि खतरनाक दोस्ती क्या है और हेल्दी फ्रेंडशिप क्या होती है. इससे आपके बच्चे को ये भी सीखने को मिलेगा कि सच्ची दोस्ती क्या होती है.

How to Clean Your Vagina and Vulva | बेटी को सिखाएं प्राइवेट पार्ट (Private Part) की सफाई कैसे करे

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
UPPSC Exam: सुरक्षा के तगड़े इंतेजाम, नकल रोकने के लिए Iris Scanning से अभ्यर्थियों की हो रही पहचान
Topics mentioned in this article