रितिक रोशन की बहन सुनैना रोशन ने कैसे रिवर्स किया ग्रेड 3 फैटी लिवर? जानिए लाइफस्टाइल में क्या बदलाव किया

पिछले साल मैं अपने ग्रेड 3 फैटी लिवर को ग्रेड 1 में बदलने में कामयाब रही. हाल ही में, मैं सिर्फ दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प के साथ इसे पूरी तरह से खत्म करने में कामयाब रही," सुनैना रोशन ने कहा.

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फैटी लीवर, लीवर सिरोसिस का प्रमुख कारण है.

ऋतिक रोशन की बहन सुनैना रोशन हमेशा से ही अपने स्वास्थ्य अनुभवों के बारे में मुखर रही हैं. 2007 में उन्हें गर्भाशय ग्रीवा (यूटेराइन सर्विक्स) और लिम्फोमा को प्रभावित करने वाले कैंसर के सबसे दुर्लभ रूपों में से एक का पता चला था. हालांकि, फिल्म निर्माता ने बीमारी से लड़ाई लड़ी और अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स को हेल्दी डाइट और स्ट्रिक्ट रूटीन के बारे में जानकारी देते हुए लाखों लोगों को अपनी फिटनेस जर्नी से प्रेरित किया. पनी लेटस्ट इंस्टाग्राम पोस्ट में, सुनैना ने बताया कि कैसे उन्होंने फैटी लिवर को रिवर्स कर दिया. फैटी लिवर एक प्रकार की मेडिकल कंडिशन है जहां लिवर में फैट जमा हो जाती है. यह मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है जो मोटापे से पीड़ित हैं या जो ज्यादा वजन वाले हैं.

वीडियो में सुनैना रोशन बताती हैं, "पिछले साल मैं अपने ग्रेड 3 फैटी लीवर को ग्रेड 1 में बदलने में कामयाब रही. हाल ही में, मैं सिर्फ दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प के साथ इसे पूरी तरह से खत्म करने में कामयाब रही. इसलिए, इसे उलटना संभव हो पाया क्योंकि मैंने अपने रेगुलर एक्सरसाइज के साथ-साथ डाइट में भी बदलाव किए." उन्होंने इस स्थिति पर जोर देने का कारण यह बताया कि फैटी लीवर "लीवर सिरोसिस का प्रमुख कारण है।" सुनैना के अनुसार, एक बार जब यह सिरोसिस चरण में पहुँच जाता है, तो बीमारी "इरिवर्सिबल" हो जाती है. "इसलिए बहुत देर होने से पहले इसे ठीक कर लें," वह आग्रह करती हैं.

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एक अन्य क्लिप में, सुनैना रोशन ने अपने शरीर का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया. वह बताती हैं, "इसलिए आज मेरे लिए अपने शरीर का सम्मान करना या मेरे शरीर का मेरा सम्मान करना लोगों से सम्मान पाने से कहीं ज्यादा मायने रखता है.

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ऋतिक रोशन की बहन ने हेल्दी खाने की वकालत की. वह कहती हैं, "जो चीज मुझे अभी भी मज़बूत बनाए हुए है, वह है अपने पेट को रीसेट करके अपने शरीर को पोषण देना." FYI" पेट को रीसेट करने का मतलब है पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करना. प्रोबायोटिक्स का सेवन करना 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना, रेगुलर वर्कआउट करना और अपने खाने की आदतों के प्रति सचेत रहना आपको पेट को रीसेट करने में मदद कर सकता है.

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अंत में सुनैना रोशन कहती हैं, "अच्छे भोजन, अच्छे हेल्दी भोजन से अपने शरीर को पोषण देने से वास्तव में बहुत फर्क पड़ता है."

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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