आजकल हर कोई टेक्नोलॉजी (Technology) पर इतना निर्भर (Dependent) हो गया है कि शारीरिक गतिविधियों (Physical Activities) से हमारा नाता टूटता जा रहा है. इसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ रहा है, सिर्फ शरीर पर ही नहीं, बल्कि दिमाग पर भी. यही वजह है कि डॉक्टर (Doctor) बार-बार हमें पैदल चलने यानी वॉक (Walk) करने के लिए कहते हैं, लेकिन अफ़सोस, थोड़ी दूर जाने के लिए भी हम गाड़ी का इस्तेमाल करना ज़्यादा पसंद करते हैं.
मैक्स, बीएलके दिल्ली में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर कंसलटेंट डॉ. विकास ठाकरान ने बताया है कि पैदल चलना हमारे स्वास्थ्य (Health) के लिए कितना ज़रूरी है और हमें रोज़ाना कितनी वॉक करनी चाहिए. अगर आप एक फिट और लंबी ज़िंदगी जीना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत काम की है.
डॉक्टर ने बताया, रोज़ 30 मिनट पैदल चलना क्यों ज़रूरी? (30 Minutes Walking Benefits)
डॉ. ठाकरान का कहना है कि अगर आपको पैदल चलने की आदत नहीं है, तो सबसे पहले आपको रोज़ाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलने की आदत डाल लेनी चाहिए. डॉक्टर बताते हैं कि 30 मिनट की यह वॉक आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के बड़े फायदे देगी.
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रोज़ाना 30 मिनट पैदल चलने के 6 बड़े फायदे:
- दिल (Heart) रहेगा मजबूत और ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल: डॉक्टर बताते हैं कि हर दिन पैदल चलने से दिल से जुड़ी समस्याओं (Heart Problems) से राहत मिलती है. यह आपके हृदय (Heart) को मज़बूत करता है और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को भी नियंत्रित (Control) रखता है. यह दिल की बीमारियों से बचने का सबसे आसान और प्राकृतिक तरीका है.
- वजन रहेगा नियंत्रित (Weight Loss): नियमित (Regular) रूप से पैदल चलने से आपका वजन (Weight) कंट्रोल में रहता है. ज़्यादा वजन से शरीर में दूसरी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, इसलिए दूसरी बीमारियों से बचने के लिए रोज़ाना पैदल चलना बहुत ज़रूरी है. यह वैज्ञानिक (Medical) रूप से भी साबित हो चुका है कि पैदल चलने से वजन कम होता है.
- ब्लड शुगर (Blood Sugar) पर नियंत्रण: डॉ. विकास ठाकरान ने बताया कि पैदल चलना ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक है. इससे टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 Diabetes) का खतरा कम हो जाता है.
- हड्डियों और जोड़ों को आराम: यह ऑस्टियोपोरोसिस (कमजोर हड्डियां) और आर्थराइटिस (जोड़ों का दर्द) जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है. पैदल चलने से जोड़ों (Joints) पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता और वह एक्टिव रहते हैं.
- इम्यूनिटी (Immunity) होती है मजबूत: प्रतिदिन पैदल चलने से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) भी मज़बूत होती है. डॉक्टर बताते हैं कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को कोई भी बीमारी जल्दी अपनी चपेट में ले लेती है. मज़बूत इम्यूनिटी आपको बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है.
- तनाव कम और दिमाग तेज: पैदल चलने से तनाव (Stress) कम होता है. इससे एंडोर्फिन (Endorphin) नाम का 'खुशी का हार्मोन' निकलता है, जो आपके मूड (Mood) को बेहतर बनाता है. यह मस्तिष्क (Brain) में खून के बहाव (Blood Circulation) को बढ़ाता है, जिससे आपकी याददाश्त (Memory) और एकाग्रता (Concentration) में सुधार होता है.
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एक दिन में कितना पैदल चलना चाहिए?
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर हमें रोज़ कितना पैदल चलना चाहिए.
- कम से कम 30 मिनट: डॉ. ठाकरान के अनुसार, हर व्यक्ति के लिए रोज़ाना 30 मिनट तक पैदल चलना ज़रूरी है. इससे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से बड़ा फायदा होता है.
- वजन कम करने के लिए: अगर कोई अपने बढ़ते वजन से परेशान है, तो उसके लिए यह ज़रूरी हो जाता है कि वह एक दिन में कम से कम 40 से 50 मिनट तक पैदल चले.
उम्र के हिसाब से पैदल चलने का हिसाब:
पैदल चलने का आपकी उम्र (Age) से सीधा संबंध है. डॉक्टर बताते हैं कि हर उम्र के लोगों को कितनी वॉक करनी चाहिए:
- बच्चे और किशोर (6-18 साल): दिन में कम से कम 60 मिनट तक पैदल चलना या कोई भी शारीरिक गतिविधि करना फ़ायदेमंद है.
- वयस्क (18-50 साल): रोज़ाना 7,000 से 10,000 कदम (Steps) चलना आदर्श माना जाता है. यह लगभग 45 से 60 मिनट की तेज़ वॉक होती है.
- वरिष्ठ नागरिक (50 वर्ष से अधिक): रोज़ाना 5,000 से 7,000 कदम या लगभग 30-45 मिनट तक धीमी या हल्की चाल में चलना चाहिए.
चलना और दौड़ना: क्या फर्क है?
चलने और दौड़ने (Running) की आपस में तुलना की जाए, तो डॉ. ठाकरान के मुताबिक दोनों के बीच कुछ ज़रूरी फर्क देखने को मिलते हैं:
- कैलोरी बर्न: दौड़ना, पैदल चलने की तुलना में ज़्यादा कैलोरी बर्न करता है, जिससे वजन कम करने में तेज़ी आती है.
- जोड़ों पर दबाव: पैदल चलना आपके जोड़ों (Joints) पर बहुत कम दबाव डालता है, जबकि दौड़ने से घुटनों और टखनों (Ankles) पर ज़्यादा भार पड़ता है. इसलिए, अगर आपको जोड़ों में दर्द की समस्या है, तो पैदल चलना ज़्यादा सुरक्षित विकल्प है.
निष्कर्ष : डॉ. विकास ठाकरान की सलाह साफ है: पैदल चलना खुद को स्वस्थ रखने का सबसे आसान, सस्ता और सबसे असरदार तरीका है. सिर्फ 30 से 40 मिनट की रोज़ाना की वॉक आपके दिल को मज़बूत करेगी, वजन कम करेगी, दिमाग को शांत रखेगी और आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाएगी. याद रखें, थोड़ी दूर जाने के लिए भी वाहनों (Vehicles) का इस्तेमाल करने की आदत को छोड़ें और पैदल चलने की आदत को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाएं.
अगर आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है या आप बहुत दिनों बाद वॉक शुरू कर रहे हैं, तो किसी भी बड़े बदलाव से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














