घर से बाहर निकलने से पहले सभी पुरुष अपना वॉलेट साथ रखते हैं. जाहिर सी बात है अब महिलाओं की तरह वे बड़े-बड़े पर्स लेकर तो हर जगह जा नहीं सकते. ऐसे में अपनी रोज़ की जरूरत का सारा सामान पुरुष अपने वॉलेट में ही रखते हैं. इसमें कैश से लेकर सभी जरूरी कार्ड्स भी होते हैं. कभी-कभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी इस वॉलेट में देखे जा सकते हैं. ऐसे में इतनी चीजें रखने से वॉलेट काफी मोटी हो जाती है. वहीं, ज्यादातर लोग इस मोटे से वॉलेट को पैंट या जींस की पीछे वाली पॉकेट में रख लेते हैं, लेकिन आपको बता दें कि बैक पॉकेट में वॉलेट रखने से कई नुकसान हो सकते हैं. इससे पुरुषों को सेहत से जुड़ी कई गंभीर परेशानियां भी हो सकती हैं. चलिए जानते हैं क्या है बैक पॉकेट में पर्स रखने के नुकसान.
बैक पॉकेट में पर्स रखने से होने वाले नुकसान-
1. दर्द की शिकायत
पीछे वाली जेब में पर्स रखने के चलते कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. दरअसल, बैक पॉकेट में वॉलेट रखने से आप दर्द में रह सकते हैं. कभी आपने इस बारे में सोचा भी नहीं होगा, लेकिन इस वजह से पुरुषों की बॉडी में धीरे-धीरे पेन शुरू हो सकता. हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो पीछे वाली पॉकेट में मोटा पर्स रखने के कारण ज्यादातर पुरुषों को तकरीबन 3 महीने तक पीठ और पैरों में दर्द झेलना पड़ सकता है. ऐसे में अगर आपकी भी आदत है पीछे की पॉकेट में पर्स रखने की तो इसे फौरन बदल दें.
2. नसों का कमजोर होना
पैंट की पीछे वाली जेब में मोटा वॉलेट रखने से पुरुषों की नसों पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे वो छोटी आयु में ही कमजोर होने लगती हैं. खासतौर पर बैक के निचले हिस्से और स्लिप डिस्क की नस डैमेज होने का भी खतरा रह सकता है. वहीं, अगर ज्यादातर राइट साइड की पैंट की पीछे वाली जेब में पर्स रखते करते हैं, तो इसके कारण दाहिनी साइटिक नस पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है.
3. फैट वॉलेट सिंड्रोम
काम करने के दौरान दफ्तर में घंटों एक ही जगह पर बैठे रहते हैं. ऐसे में काम के समय भी पुरुष अक्सर बैक पॉकेट में मोटा वॉलेट रखते हैं, उसे निकालकर साइड में रखना भूल जाते या यूं कहें कि ऐसी आदत ही पड़ जाती है, जिससे आपकी पाइरीफोर्मिस मसल्स दबती है. बता दें कि साइटिक नस भी पाइरीफोर्मिस मसल्स से ही होकर गुजरती है. ऐसे में पॉकेट में वॉलेट होने की वजह से साइटिक नस भी दबती है. जिसके कारण सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.