कोविड-19 ( COVID-19) इस सदी का सबसे भयावह सच्चाई बन चुका है. दुनिया भर में इस बीमारी के कारण लाखों लोगों की जान जा चुकी है. इस बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस के नए नए वेरिएंट्स सामने आते रहते हैं. गर्मियों की शुरुआत के साथ ही अमेरिका में एक कोविड का नया वेरिएंट फैलने लगा है. इससे पहले के वेरिएंट JN.1 में कमी आ रही है और एक नया वेरिएंट जिसकी पहचान KP. 2 के रूप में किया है और उसे FLiRT नाम दिया गया है, तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि अब तक इससे लोगों के अस्पताल में भर्ती होने और मौत के आकड़े सामने नहीं आए हैं. आइए जानते हैं FLiRT के बारे मे क्या जानना है जरूरी.
क्या है कोविड-19 का नया वेरिएंट FLiRT (New Variants of COVID-19 FLiRT)
नए वेरिएंट से संक्रमण
अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार 11 मई को समाप्त होने वाली दो सप्ताह के समय में 28% से अधिक नए संक्रमणों के लिए KP.2 जिम्मेदार था जबकि KP.1.1 7% से अधिक नए मामलों के लिए जिम्मेदार था. यानी FLiRT 29 प्रतिशत संक्रमण के लिए जिम्मेदार है. KP.2 पूरी दुनिया में फैल रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में लगभग 10% संक्रमणों के लिए यह स्ट्रेन जिम्मेदार है.
अस्पताल में भर्ती होने या मौत के मामले
अब तक KP.2 के कारण COVID-19 मेट्रिक्स में वृद्धि नहीं हो रही है. WHO ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "वैश्विक स्तर पर परीक्षण और अनुक्रमण की घटती दरों के साथ, उभरते SARS-CoV-2 वेरिएंट की गंभीरता के प्रभाव का अनुमान लगाना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है. ऐसे में नए वेरिएंट के आकड़े अबतक सामने नहीं आए हैं.
FLiRT वेरिएंट पर वैक्सीन काम करेंगे या नहीं
वर्तमान में COVID-19 टीके XBB.1.5 पर काम करने वाले हैं, लेकिन अब यह वेरिएंट अमेरिका में संक्रमण का कारण नही हैं. जून तक इस नए वेरिएंट के लिए वैक्सीन पर विचार किए जाने की संभावना है.
भारत में मामले
जिन दो वैरिएंट की हमने बात की उसमें से एक वैरिएंट KP.2 के कुछ मामले भारत में भी देखने को मिले. महाराष्ट्र में इस नए सब वैरिएंट के 91 मामले देखे गए. बीते दो महीनों में मामलों में इजाफा देखा गया है. हालांकि अभी तक अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या नहीं बढ़ी है.
FLiRT नाम कैसे पड़ा
अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस नए सब वेरिएंट को FLiRT नाम कैसे दिया गया. असल में FLiRT में KP.1.1 और KP.2 ये दो म्यूटेंट हैं. अब KP.2 से आया ‘FL' फिर KP.1.1. से आया ‘RT'. बस इसी तरह से FL और RT को i से जोड़कर FLiRT नाम दिया गया.
KP.2 सब वैरिएंट के लक्षण
- स्वाद और स्मेल का जाना
- गले में दर्द होना या गला खराब होना
- खांसी और बंद नाम
- कई मामलों में नाक बहना भी देखा गया
- थकान व कमजोरी महसूस होना
- सिर दर्द और मांसपेशियों या शरीर में दर्द
- ठंड लगने के साथ बुखार आना
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)